तेहरान स्थित सुप्रीम कोर्ट में शनिवार को हुई गोलीबारी में दो न्यायाधीश मारे गए. इसकी जानकारी ईरानी सरकारी मीडिया ने दी. न्यायपालिका की मिज़ान ऑनलाइन वेबसाइट पर बताया गया कि, "आज सुबह एक बंदूकधारी ने दो बहादुर और अनुभवी न्यायाधीशों की हत्या की योजना बनाकर सुप्रीम कोर्ट में घुसपैठ की. इस कृत्य में दोनों न्यायाधीश शहीद हो गए."
मिजान ने कहा कि हमलावर ने "आतंकवादी" घटना को अंजाम देने के बाद "खुद को मार डाला". राज्य समाचार एजेंसी इरना ने कहा कि एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. मिजान ने मारे गए दोनों न्यायाधीशों की पहचान अली रज़ीनी और मोहम्मद मोगीसेह के रूप में की है, दोनों ही "राष्ट्रीय सुरक्षा, जासूसी और आतंकवाद के विरुद्ध अपराधों से लड़ने" के मामलों को संभाल रहे थे.
न्यायपालिका के प्रवक्ता असगर जहांगीर ने सरकारी टेलीविज़न पर कहा कि "एक व्यक्ति ने बंदूक लेकर दो जजों के कमरे में प्रवेश किया" और उन्हें गोली मार दी. उन्होंने आगे कोई विवरण दिए बिना कहा, "घटना के संबंध में व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है, उन्हें बुलाया गया है या उन्हें गिरफ़्तार किया गया है."
उनकी हत्या के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन मिज़ान ने हमलावर की पहचान के बारे में अधिक जानकारी दिए बिना कहा कि हमलावर सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन किसी मामले में संलिप्त नहीं था. उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे जांच की जा रही है.
राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने मौतों पर अपनी संवेदना व्यक्त की तथा अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, 'मैं सुरक्षा और कानून प्रवर्तन बलों से आग्रह करता हूं कि वे इस निंदनीय कृत्य के आयाम और कोणों की जांच करके और इसके अपराधियों की पहचान करके यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाएं.'