ऑस्ट्रेलिया में हमले के बाद कोमा में भारतीय मूल का छात्र : रिपोर्ट

लेना वैली के 25 साल के निवासी बेंजामिन डॉज कोलिंग्स को घटना के तुरंत बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ हमले का आरोप है. इस अपराध में अधिकतम 21 साल की जेल की सजा हो सकती है. 

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घायल छात्र का दाहिना फेफड़ा खराब हो गया और उसके मस्तिष्क की सर्जरी करनी पड़ी. (प्रतीकात्‍मक)
मेलबर्न:

ऑस्‍ट्रेलिया (Australia) में भारतीय मूल का एक छात्र (Indian Origin Student) हमले के बाद कोमा में चला गया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है और उस पर हमले का आरोप है. हमले में घायल छात्र की पहचान नहीं हो पाई है और उसकी उम्र 20 साल के करीब है. वह तस्मानिया विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहा है. सिडनी स्थित स्पेशल ब्रॉडकास्टिंग सर्विस ने बताया कि यह घटना 5 नवंबर को तस्मानिया के एक परिसर में हुई थी और पीड़ित को 'एक्सट्राड्यूरल ब्लीडिंग' हुई थी, जिससे उसका मसितष्‍क प्रभावित हुआ था. 

रिपोर्टों के मुताबिक, उनका दाहिना फेफड़ा खराब हो गया और उसके मस्तिष्क की सर्जरी करनी पड़ी, यह प्रक्रिया कई घंटों तक चली.

लेना वैली के 25 साल के निवासी बेंजामिन डॉज कोलिंग्स को घटना के तुरंत बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ हमले का आरोप है. इस अपराध में अधिकतम 21 साल की जेल की सजा हो सकती है. 

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कोलिंग्स को मजिस्ट्रेट ने जमानत दे दी और उन्हें 4 दिसंबर को अदालत में आरोपों का जवाब देना है, जिसमें मारपीट, गलत पता और नाम प्रदान करना, एक पुलिस अधिकारी का विरोध करना और ड्राइविंग से संबंधित अपराध शामिल थे. 

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तस्मानिया विश्वविद्यालय के मीडिया निदेशक बेन वाइल्ड ने कहा कि प्रतिष्ठान को घटना की जानकारी है. 

यह पूछे जाने पर कि विश्वविद्यालय ने इस कठिन समय में छात्र की सहायता के लिए क्या उपाय किए हैं, बेन वाइल्ड ने कहा कि वे परिवार के साथ नियमित संपर्क में हैं और अनुवादकों, संपर्क, आवास और अन्य सहायता के साथ इस मामले में मरीज की देखभाल के लिए एक शख्‍स को नियुक्‍त किया है.  

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