न्यूयॉर्क में जॉन एफ कैनेडी (जेएफके) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर एक सिख टैक्सी चालक पर हमले को 'बेहद परेशान करने वाला' करार देते हुए यहां भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि उसने इस मामले को अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष उठाया है और उनसे घटना की जांच करने का आग्रह किया है. न्यूयॉर्क स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने शनिवार को ट्वीट किया, “न्यूयॉर्क में एक सिख टैक्सी चालक पर हमला बेहद परेशान करने वाला है. हमने इस मामले को अमेरिकी अधिकारियों के सामने उठाया है और उनसे इस हिंसक घटना की जांच करने का आग्रह किया है.”
नवजोत पाल कौर द्वारा चार जनवरी को ट्विटर पर अपलोड किए गए 26 सेकंड के एक बिना तारीख के वीडियो में एक व्यक्ति हवाई अड्डे के बाहर सिख टैक्सी चालक के साथ मारपीट करते हुए दिख रहा है. कौर ने एक ट्वीट में कहा कि वीडियो को हवाईअड्डे पर एक दर्शक ने शूट किया था. वीडियो में व्यक्ति को पीड़ित के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते सुना जा सकता है. वह वीडियो में सिख व्यक्ति को बार-बार पीटते और मुक्के मारते दिख रहा है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि उसने सिख व्यक्ति की पगड़ी भी गिरा दी.
कौर ने कहा, ‘‘यह वीडियो जॉन एफ कैनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक अन्य व्यक्ति ने शूट किया था. मैंने यह वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया, लेकिन मैं इस तथ्य को उजागर करना चाहती थी कि हमारे समाज में नफरत अब भी बरकरार है और दुर्भाग्य से, मैंने कई सिख कैब चालकों से मारपीट किए जाने की घटनाएं कई बार देखी हैं.'' इस घटना या चालक के बारे में और जानकारी फिलहाल उपलब्ध नहीं है. वीडियो पर समुदाय के सदस्यों ने गुस्से में प्रतिक्रिया दी है.
एस्पेन इंस्टीट्यूट में इनक्लूसिव अमेरिका प्रोजेक्ट के निदेशक और लेखक सिमरन जीत सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘एक अन्य सिख कैब चालक पर हमला किया गया. इस बार न्यूयॉर्क में जेएफके हवाई अड्डे पर यह हुआ. यह देखकर बहुत दुख हुआ. लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि हम नजरअंदाज न करें ... मुझे यकीन है कि यह देखना बहुत दर्दनाक होता होगा कि हमारे पिता और बड़ों पर हमला किया जाता है, जबकि वे सिर्फ एक ईमानदार जीवन जीने की कोशिश कर रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग सिख नहीं है, उन्हें मैं शब्दों में नहीं समझा सकता कि किसी सिख की पगड़ी गिराए जाने का क्या मतलब होता है या किसी अन्य सिख की पगड़ी गिराए जाते देखने पर क्या महसूस होता है.'' अमेरिका में किसी सिख टैक्सी चालक पर हमले की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी भारतीय मूल के सिख उबर कैब चालक पर 2019 में हमला किया गया था. इसके अलावा न्यूयॉर्क में 2017 में भी 25 वर्षीय सिख कैब चालक पर हमला हुआ था.