- भारत ने कहा है कि लोकतंत्र और पाकिस्तान एक साथ नहीं चल सकते हैं, जो वहां के राजनीतिक संकट को दर्शाता है
- पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं और भ्रष्टाचार तथा आतंकवाद के आरोपों का सामना कर रहे हैं
- भारत का यह बयान पाकिस्तान में बढ़ते राजनीतिक तनाव और लोकतंत्र की कमजोर स्थिति के बीच आया है
भारत ने एक बार फिर से दोहराया है कि "लोकतंत्र और पाकिस्तान एक साथ नहीं चल सकते हैं." भारत ने पड़ोसी मुल्क को यह आईना उस समय दिखया है जब पाकिस्तान में पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान के स्वास्थ्य को लेकर अटकलें चल रही हैं, उन्हें वहां की सेना पागल बता रही है. कमजोर पड़ा लोकतंत्र पड़ोसी देश में बारहमासी संकट है और वहां अंतहीन राजनीतिक अनिश्चितता है.
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल से यह सवाल किया गया था कि भारत पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कैद और वहां चल रहे विरोध प्रदर्शनों को कैसे देखता है. इस पर अपने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान प्रवक्ता जयसवाल ने कहा, "हम पाकिस्तान में हर घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखते हैं. लेकिन लोकतंत्र के संबंध में, आप कहेंगे कि 'पाकिस्तान में लोकतंत्र कमजोर हो रहा है और इसकी ताकत कमजोर हो रही है'. लोकतंत्र और पाकिस्तान एक साथ नहीं चलते हैं. हम जितना कम बात करेंगे उतना बेहतर होगा."
भारत की तरफ से यह आधिकारिक बयान पाकिस्तान में बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच आया है. इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं, 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से पीएम की कुर्सी से हटाए जाने के बाद से भ्रष्टाचार और आतंकवाद सहित कई मामलों का सामना कर रहे हैं. उनकी पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) वहां के अधिकारियों से पूर्व पीएम के परिवार और पार्टी के सदस्यों को रावलपिंडी की अदियाला जेल में मिलने की अनुमति देने का आग्रह कर रहा है.
इससे पहले 2 दिसंबर को, इमरान खान की बहन उज्मा खानम ने कहा कि उनके भाई का स्वास्थ्य "ठीक" है, हालांकि उन्हें मानसिक यातना का सामना करना पड़ रहा है. रावलपिंडी की अदियाला जेल में खान से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उज्मा खानम ने कहा, "इमरान खान का स्वास्थ्य ठीक है. हालांकि, वह बहुत गुस्से में थे और उन्होंने कहा कि वे उन्हें मानसिक यातना दे रहे हैं. उन्हें पूरे दिन अपने कमरे में रखा जाता है, बाहर जाने के लिए बहुत कम समय दिया जाता है और किसी से कोई बातचीत नहीं करने दी जाती है."
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