भारत ने कनाडा के ओंटारियो प्रांत में एक प्रमुख हिंदू मंदिर में किये गये तोड़फोड़ की बृहस्पतिवार को निंदा की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मामले को कनाडा के अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है. ओंटारियो प्रांत में अज्ञात लोगों ने स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की और उसकी दीवारों पर हिंदू विरोधी व भारत विरोधी नारे लिखे, जिसे कनाडा पुलिस ने ‘घृणा से प्रेरित घटना' बताया है. बागची ने कहा, ‘‘यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और हम इसकी निंदा करते हैं. इस मुद्दे को कनाडा के अधिकारियों के समक्ष उसी अनुरोध के साथ उठाया गया है, जो हमने पूर्व की घटनाओं को लेकर किया था कि कृपया दोषियों को पकड़ें और सुनिश्चित करें कि ऐसा दोबारा न हो.''
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि कनाडाई अधिकारी कार्रवाई करने में सक्षम हैं.'' वहीं, पूर्वी यरुशलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद में हिंसक कार्रवाई की पृष्ठभूमि में भारत ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है. खबरों के अनुसार, यरुशलम में बुधवार को लगातार दूसरी रात हिंसा जारी रही, जब फलस्तीनियों ने ‘ओल्ड सिटी' के संवेदनशील परिसर में स्थित अल-अक्सा मस्जिद में स्वयं को बंद कर लिया और इजराइली पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए बल प्रयोग किया.
यरुशलम की घटना से जुड़े सवाल पर बागची ने कहा, ‘‘फलस्तीन के सवाल पर हमारी स्थिति स्पष्ट और सुसंगत रही है. हम दो-राज्य समाधान प्राप्त करने के लिए इजराइल और फलस्तीनियों के बीच सीधी बातचीत को फिर से शुरू करने के सभी प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.''
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)