यूक्रेन (Ukraine) की सेनाएं तेजी से खारकीव (Kharkiv) क्षेत्र में तेजी से बढ़त बना रही हैं. यूक्रेन की सेना रूसी रक्षा खेमे को कमजोर पड़ने का फायदा उठा रही है. अब यह सवाल उठने लगे हैं कि रूस की सेना कितने दिन टिकेगी? रॉयटर्स के अनुसार, रात को आईं अपुष्ट खबरों के अनुसार यूक्रेन की सेना ने वेल्यीक्यी बुरलक (Velykyi Burluk) पर कब्जा कर लिया है जो खारकीव के पूर्व में 90 किलोमीटर पर स्थित है. साथ ही यह रूस-यूक्रेन बॉर्डर से अधिक दूर नहीं है. इसके साथ ही चाकालोव्स्के (Chkalovske) टाउन भी यूक्रेन ने दोबारा जीत लिया है अब सभी की आंखें रणनीतिक तौर पर स्थित इजियम (Izyum) पर हैं.
रूस के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को प्रकाशित एक मैप में दर्शाया था कि रूस की अधिकतर सेनाएं खारकीव क्षेत्र से पीछे हट चुकी हैं. रूस ने इस पर और कोई टिप्पणी नहीं की. यूक्रेन के टॉप कमांडर वैलेरी जालुज़ीन्यू ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा, " हम केवल खारकीव के दक्षिण और पूर्व में आगे नहीं बढ़ रहे हैं बल्कि उत्तर में भी आगे बढ़ रहे हैं. केवल 50 किलोमीटर और रह गए हैं और अब रूस-यूक्रेन बॉर्डर पर पहुंच जाएंगे."
जालुज़ीन्यू ने बताया कि सितंबर की शुरुआत से यूक्रेन की सेनाओं ने करीब 3000 स्क्वायर मीटर की ज़मीन को दोबारा से अपने कब्जे में ले लिया है.
यह मार्च में राजधानी कीव से रूसी सेना को पीछे धकेलने के बाद यूक्रेन की सबसे बड़ी बढ़त है. यूक्रेन में रूस के आक्रमण को 200 दिन पूरे हो चुके हैं.
यूक्रेन ने साफ तौर से आक्रमण का जवाब देने की अपनी क्षमता दर्शाई है और दिखाया है कि वो युद्ध की दिशा बदल सकता है. उसके यूरोपीय साथी सर्दियों में होने वाली मुश्किलों से पहले यह बढ़त दिख रही है. यूरोप से यूक्रेन को हथियार और नकद हासिल होता है.
यूक्रेन की सेनाओं की बढ़ती गति से यूक्रेनी खुद भी अचंभित हैं. जिनका लक्ष्य इजियम में रूसी सेना की सप्लाई लाइन काटने का है. यह पूर्वी डोनबास क्षेत्र में रूसी सेनाओं के आगे बढ़ने का अहम बिंदु है. अमेरिका के एक थिंक टैंक द इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने कहा कि यूक्रेन इजियम को अगले एक दो दिन में कब्जे में ले लेगा अगर उन्होंने अब तक ऐसा नहीं किया है.
रूसी रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को इस क्षेत्र से सेनाओं की वापसी की पुष्टि की. लेकिन उनका कहना है कि पूर्व में सेनाओं की तैनाती के लिए ऐसा किया गया है जिससे डोनबास की स्वतंत्रता का लक्ष्य हासिल किया जा सके.
रूस की तरफ से ऐसा संकेत कि खारकीव क्षेत्र से उनकी वापसी की योजना बनाई गई थी, उससे रूसी संसद के समर्थक भी हैरान हैं.
चेचन्य के नेता रमजान कादिरोव, जिन्होंने यूक्रेन में लड़ाई के लिए हजारों लड़ाकों को भेजा है. उन्होंने रूसी अधिकारियों की आलोचना की थी कि वो जनता को ऐसे लचानक लिए गए कदमों के लए तैयार नहीं कर पाए. उन्होंने देर रात दिए अपने भाषण में कहा, " गलतियां हुईं है."