पाकिस्तान के पंजाब एसेंबली उपचुनाव में इमरान की पार्टी की बड़ी जीत, कहा- 'वोटरों ने पूरे राज्य तंत्र को हराया'

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में किसी पार्टी या गठबंधन को अपनी पसंद का मुख्यमंत्री चुनने के लिए विधानसभा की 371 सीटों में से कम से कम 186 सीटों की जरूरत होती है.

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने बड़ी जीत हासिल की है.
लाहौर:

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ' (पीटीआई) ने रविवार को पंजाब के एसेंबली उपचुनावों में प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ को करारा झटका देते हुए 'क्लीन स्वीप' कर दिया. तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान को अप्रैल में पद से हटाए जाने के बाद से उनकी पार्टी पीटीआई और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज' (पीएमएल-एन) के बीच यह पहला प्रमुख चुनावी मुकाबला था.

इस जीत के बाद इमरान खान ने ट्वीट कर कहा, "मैं सबसे पहले अपने पीटीआई कार्यकर्ताओं और पंजाब के मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने न केवल पीएमएलएन उम्मीदवारों को, बल्कि पूरे राज्य तंत्र को हराया, पुलिस द्वारा विशेष रूप से उत्पीड़न और पूरी तरह से पक्षपाती ईसीपी. हमारे सभी सहयोगियों, PMLQ, MWM और सुन्नी इत्तेहाद परिषद को धन्यवाद.

पीएम शहबाज शरीफ के बेटे मुख्यमंत्री हमज़ा शहबाज़ का पद जाने वाला है. मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव 22 जुलाई को उच्चतम न्यायालय के आदेश पर होगा और पीटीआई-पीएमएलक्यू के संयुक्त उम्मीदवार चौधरी परवेज़ इलाही के राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत पंजाब के नए मुख्यमंत्री बनने की संभावना है.

अब तक के अनाधिकारिक नतीजों के मुताबिक खान की पार्टी ‘पीटीआई' ने 16 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को सिर्फ तीन सीटों पर जीत मिली है. एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी जीत हासिल की है.

शरीफ परिवार की सत्तारूढ़ पीएमएल-एन ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और यहां तक ​​कि उपचुनावों में 'भारी जीत' के लिए पीटीआई अध्यक्ष खान को बधाई भी दी है. प्रधानमंत्री के प्रवक्ता मलिक अहमद खान ने ‘‘पीटीआई-भाषा'' से कहा, ‘‘हम लोगों के जनादेश का सम्मान करते हैं. अब हम पीटीआई-पीएमएलक्यू से पंजाब में सरकार बनाने को कहते हैं.''

Advertisement

यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री शहबाज जल्दी आम चुनाव कराने के लिए नेशनल असेंबली को भंग कर देंगे, उन्होंने कहा, ‘‘पीएमएल-एन नेतृत्व अपने सहयोगियों के परामर्श से इस बारे में फैसला करेगा.''

पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज़ ने भी अपनी पार्टी की हार स्वीकार कर ली है. पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता नवाज़ शरीफ की बेटी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘हमें अपनी हार को खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए.''

Advertisement

खान ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘तहरीक-ए-इंसाफ कम से कम 15 सीटें जीत रही है. लेकिन सभी मतदान केंद्रों पर ड्यूटी पर तैनात हमारे सभी लोगों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे रिटर्निंग अधिकारियों से आधिकारिक परिणाम प्राप्त होने तक अपना स्थान न छोड़ें.''

Advertisement

खान की पार्टी के वरिष्ठ नेता असद उमर ने कहा कि खान सोमवार को कोर समिति की बैठक के बाद पार्टी की रणनीति की घोषणा करेंगे. उन्होंने कहा कि अब पीएमएल-एन के पास केवल एक ही विकल्प बचा है और वह है तुरंत नए आम चुनाव कराना.

पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने 23 मई को ‘पीटीआई' के 25 असंतुष्ट सदस्यों को अयोग्य घोषित कर दिया था, जिनमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों पर चुने गए पांच सदस्य शामिल हैं. यह कार्रवाई खान की याचिका पर की गयी थी.

Advertisement

इससे पहले रविवार को हिंसा की छिटपुट घटनाओं के साथ अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण तरीके से उपचुनाव संपन्न हुआ. लाहौर और मुल्तान के पांच ‘संवेदनशील' निर्वाचन क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.

लाहौर में पीएमएल-एन और पीटीआई समर्थकों के बीच झड़प के दौरान कुछ राजनीतिक कार्यकर्ता घायल हो गए. लाहौर से लगभग 350 किलोमीटर दूर मुजफ्फरगढ़ में भी दो कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के बीच हिंसक झड़प की सूचना मिली थी. ज्यादातर निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान कथित तौर पर कम रहा.

पंजाब पुलिस के अनुसार, विभिन्न मतदान केंद्रों के पास से 15 लोगों को हिंसा में शामिल होने और हथियार ले जाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के करीबी शाहबाज गिल को भी मुजफ्फरगढ़ से हथियारबंद गार्ड रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

नियम के मुताबिक किसी पार्टी या गठबंधन को अपनी पसंद का मुख्यमंत्री चुनने के लिए विधानसभा की 371 सीटों में से कम से कम 186 सीटों की जरूरत होती है.
 

Featured Video Of The Day
UP News: बेहतरीन English Speaking Skills पर फिर भी कोई Job नहीं, Homeless की तरह रहने पर मजबूर का दर्द