इजरायल की सेना ने इजिप्ट से लगने वाली पूरी राफाह सीमा पर नियंत्रण कर लिया है. राफाह चेकपोस्ट पर वह पहले ही नियंत्रण कर चुका है. इस तरह से इजिप्ट से लगने वाली गाजा की पूरी ज़मीनी सीमा इजरायल के कब्ज़े में आ गई है. इससे इजरायल और इजिप्ट के बीच संबंधों और कड़वाहट आने की आशंका बढ़ गई है. गाजा और इजिप्ट के बीच कुल 14 किलोमीटर लंबी ज़मीनी सीमा है. इजरायल इसे फिलाडेल्फ़ी कॉरिडोर कहता है. 2005 में जब इजरायल ने ग़ाज़ा पर अपना कब्ज़ा छोड़ा और अपने सैनिक वापस बुलाया उस समय इजरायल का इजिप्ट के साथ जो समझौता हुए उसे फिलाडेल्फ़ी अकॉर्ड कहा जाता है.
इजिप्ट-गाजा सीमा क्षेत्र को पूरी तरह से सैन्य रहित रखने पर इजरायल-इजिप्ट के बीच सहमति बनी थी. फिलाडेल्फ़ी समझौते के तहत इजिप्ट को सीमा के अपनी तरफ़ पेट्रोलिंग के लिए 750 बॉर्डर गार्ड रखने को मंज़ूरी दी गई. गाजा की तरफ़ की राफाह सीमा फिलिस्तीन ऑथिरिटी के नियंत्रण में आई, लेकिन 2007 में गाजा पर हमास का नियंत्रण हो गया. उसके बाद से हमास ने यहां सुरंगों का जाल बिछा दिया.
इजरायल और गाजा सीमा के अलावा राफाह-इजिप्ट सीमा एक मात्र जमीनी रास्ता है जो गाजा में आवाजाही का रास्ता है. फिलाडेल्फ़ी कॉरिडोर पर इजराइल का नियंत्रण हो जाने के बाद गाजा चारों तरफ़ से इजराइल की घेरेबंदी में आ गया है क्योंकि भूमध्यसागर की तरफ़ समुद्र में इजरायल गाया की पहले से घेरेबंदी किए हुआ है. IDF प्रवक्ता डैनियल हगारी ने राफाह इजिप्ट सीमा पर नियंत्रण का ऐलान करते हुए कहा है कि फिलाडेल्फ़ी कॉरिडोर हमास के लिए आक्सीजन का काम कर रहा था. हगारी ने दावा किया कि यहां इजरायल की सेना ने 13 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग पकड़ी है जो इजिप्ट जाती है.
जाहिर सी बात है कि इजराइल इसके ज़रिए ये कहना चाहता है कि हमास को इन सुरंगों के ज़रिए इजिप्ट के रास्ते मदद पहुंच रही थी. यहां करीब 20 और सुरंगें भी पकड़ी गई हैं जिनमें सुरंगों में रॉकेट, रॉकेट लांचर्स और बड़ी मात्रा में हथियार बरामद करने का दावा किया गया है. ये भी कहा गया है कि कि इनमें उसी तरह के रॉकेट बरामद किए गए हैं जिनका इस्तेमाल कुछ दिन पहले तेल अवीव पर हमले में किया गया.
जबकि इजिप्ट के सरकारी चैनल अल काहेरा ने इजिप्ट के उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट किया है कि इजराइल सुरंगों की बात कर अपने राफाह ऑपरेशन को सही ठहराने की कोशिश कर रहा है. गौरतलब है कि इजिप्ट इजराइली सेना के राफाह में ऑपरेशन के बिल्कुल खिलाफ रहा है. इजिप्ट की तरफ़ से ये भी कहा गया है कि इजिप्ट-गाजा सीमा पर बने सैंकड़ों सुरंगों को 2013 से ही तबाह करता रहा है. इस कॉरिडोर पर इजराइल के नियंत्रण से इजिप्ट में ये भी आशंका है कि हमास का पीछा करने के नाम पर इजराइल कहीं इजिप्ट के इलाक़े में हमले न कर दे.
फिलाडेल्फ़ी कॉरिडोर पर आईडीएफ के नियंत्रण को व्हाइट हाउस ने भी सही ठहराया है. उसकी दलील है कि कॉरिडोर पर नियंत्रण हमास पर दबाव डालने के मकसद से ठीक है. अमेरिका इज़राइल के राफ़ाह ऑपरेशन की अब तक ये कह कर बचाव करता आ रहा है कि इजराइल ने कोई रेड लाइन क्रॉस नहीं किया है. उसके कहने है कि शहरी के भीतरी इलाके में जब तक इजराइली सेना घुस कर सघन अभियान नहीं चलाती तब तक सब ठीक है.
इस बीच आईडीएफ प्रवक्ता हगारी ने दावा किया है कि हमास ने इजराइली बंधकों को राफाह में ही कब्ज़े में रखा है इसलिए वह वहां ऑपरेशन चला रहा है. उसने भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि ऑपरेशन सिर्फ और सिर्फ हमास के खिलाफ चलाया जा रहा, हमास के राफाह बटालियन को खत्म करने के लिए चलाया जा रहा है. आम लोगों को नुक्सान न पहुंचे इसका पूरा ख़्याल रखा जा रहा है, लेकिन रविवार को ही देखा गया कि किस तरह से पश्चिमी राफाह के इलाके में की गई इजराइल की बमबारी में टेंट कैंप में आग लगी और 45 से अधिक आम फिलिस्तीनियों की मौत हो गई.