- गाजा पट्टी में भूखमरी से मर रहे लोगों तक सहायता पहुंचाने की इजरायल ने हवाई मदद शुरू करने की अनुमति दी है.
- इजरायल ने गाजा में खाद्य सामग्री पहुंचाने वाले UN के काफिलों के लिए मानवीय गलियारा स्थापित करने की बात कही है.
- गाजा में 123 लोग भुखमरी और कुपोषण के कारण मर चुके हैं, जबकि इजरायली अधिकारी भूखमरी संकट से इनकार करते रहे हैं.
भूख से बिलखते बच्चे, बच्चों को आंखों के सामने मरते देखने को मजबूर महिलाएं और आसमान की ओर टकटकी लगाते लोग... गाजा पट्टी में इन हर तरफ कुछ ऐसे ही दृश्य देखने को मिल रहे हैं. दुनियाभर के देश इस भयावह दृश्य को देखकर स्तब्ध हैं. कई देश इजरायल से अपील कर रहे थे कि गाजा में भूख से मर रहे लोगों तक खाना पहुंचाने की इजाजत दी जाए. आखिरकार, इजरायल ने इस अपील को मान ली है. युद्धग्रस्त क्षेत्र में भुखमरी की बढ़ती घटनाओं की अंतरराष्ट्रीय निंदा के आगे झुकते हुए इजरायली सेना ने घोषणा की है कि वह गाजा में सहायता के लिए हवाई जहाज़ से मदद सामग्री गिराना शुरू कर रही है. साथ ही इजरायल ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के काफिलों को इस पट्टी से खाद्य सामग्री पहुंचाने के लिए तथाकथित 'मानवीय गलियारे' स्थापित करेगी.
इजरायल ने गाजा में मदद ले जा रहे विमान को घेरा
हालांकि, गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि सहायता पर इजराइली प्रतिबंध अभी भी लागू हैं और 123 लोग भुखमरी और कुपोषण से मर चुके हैं. फिर भी, इज़रायली अधिकारी इस बात से इनकार करते रहे हैं कि गाजा में कोई भुखमरी का संकट है. इस इजरायली सेना ने गाज़ा जा रहे सहायता जहाज़ हंडाला को घेर लिया है, जो इजरायल की नाकाबंदी तोड़ने की कोशिश कर रहा था. वे इजरायल की नाकाबंदी तोड़कर फ़िलिस्तीनी लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे. यह अपनी तरह का दूसरा बेड़ा है. लगभग 40 दिन पहले, इसी तरह की एक नाव मैडलीन को भी इज़रायली सेना ने ज़ब्त कर लिया था.
गहरा रहा भूखमरी संकट
गाजा में भुखमरी बढ़ रही है, गंभीर रूप से कुपोषित आबादी को जिंदा रखने की कोशिश कर रहे लोग अपने मरीजों के साथ-साथ परेशान हो रहे हैं. उत्तरी गाजा के अल-अहली अल-अरबी अस्पताल में, अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर फदेल नईम ने कहा कि दिन में एक बार का खाना भी एक लग्जरी है. डॉक्टर बिना बुनियादी पोषण के काम कर रहे हैं. अस्पताल की रसोई में सामान खत्म हो गया है और अंतरराष्ट्रीय खाद्य सेवाएं, जो कभी कर्मचारियों का सहारा हुआ करती थीं, बंद हो गई हैं. सादा चावल का एक कटोरा दो लोगों के लिए दिन का एकमात्र भोजन बन गया है. मदद की कमी और वेतन न मिलने के कारण, अब मेडिकल प्रोफेशनल भी राशन के लिए कतार में खड़े हैं. कई डॉक्टर भी अब भुखमरी का शिकार हो रहे हैं.
9 लाख बच्चे भूखे, इम्यून सिस्टम को नुकसान
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 900,000 बच्चे भूखे हैं और 70,000 से ज्यादा बच्चे पहले से ही कुपोषण के लक्षण दिखा रहे हैं. डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने बताया है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों में गंभीर कुपोषण में सिर्फ दो हफ्तों में तीन गुना इजाफा हुआ है. भोजन की कमी के दीर्घकालिक प्रभाव होते हैं- डॉक्टरों का कहना है कि कई बच्चों के मस्तिष्क के विकास और इम्यून सिस्टम को पूरी तरह से नुकसान पहुंचा है. इस संकट से भले ही बच जाएं लेकिन उनका जीवन व्यर्थ रह जाएगा. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा की पूरी आबादी अब खाद्य असुरक्षा की श्रेणी में है. विवादास्पद गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन के जरिये से भोजन पहुंचाने के इजरायल और अमेरिका के प्रयासों की वजह से हिंसा हुई है. वहीं इस बीच, इजरायल ने यह मानने से ही इनकार कर दिया है कि लोग भूखमरी का सामना कर रहे हैं.