अमेरिकी राज्य वाशिंगटन में पुलिस ने पिछले दो हफ्तों में राज्य के कुछ हिस्सों में मुख्य रूप से भारतीय अमेरिकी लोगों के घरों को निशाना बनाकर संगठित आवासीय चोरियों में वृद्धि की सूचना दी है. स्थानीय मीडिया में यह जानकारी दी गई. केओएमओ न्यूज चैनल की खबर में बृहस्पतिवार को कहा गया कि स्नोहोमिश काउंटी पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और गैर निगमित बोथेल क्षेत्र में मुख्य रूप से भारतीय अमेरिकी लोगों के घरों को निशाना बनाने वाले चोरों को पकड़ने के लिए जनता से मदद मांगी है.
खबर में कहा गया है कि काउंटी की ‘रॉबरी एंड बर्गलरी यूनिट' (आरबीयू) ने पिछले दो हफ्तों में आवासीय चोरियों में वृद्धि दर्ज की है, जिनमें मुख्य रूप से ‘भारतीय अमेरिकी' पीड़ितों को निशाना बनाया गया है. चोरी की ये वारदातें दिन के उजाले के दौरान हुईं और आरबीयू का मानना है कि संदिग्ध पूरे क्षेत्र में सक्रिय एक बड़े संगठित समूह का हिस्सा हैं. हाल ही में मां बनीं अनु कुछ ही महीनों पहले इलाके में रहने आई थीं. उन्होंने बताया, “मुझे ऐसा लगता था कि जब हम यहां आए थे तब यह पड़ोस बहुत सुरक्षित था, लेकिन अभी ऐसा नहीं लगता है”.
अनु के पति राम ने कहा, “हमारे पास एक कुत्ता है, लेकिन मैं खुद की सुरक्षा के लिए एक और कुत्ता, एक रक्षक कुत्ता, लेने के बारे में सोच रहा हूं.” उन्होंने केओएमओ न्यूज को बताया कि उन्होंने अब अपने घरेलू सुरक्षा उपाय के तहत काली मिर्च स्प्रे जैसे गैर-घातक हथियारों को रखा है, साथ ही सुरक्षा कैमरे भी लगवाएं हैं जिस पर उन्होंने हजारों डॉलर खर्च किए हैं.
राम ने कहा, “चूंकि अधिकांश भारतीय अमेरिकी नागरिक नहीं हैं, इसलिए वे अपने पास हथियार नहीं रख सकते हैं, यही कारण हो सकता है कि वे उन्हें निशाना बना रहे हैं.”