अमेरिका ने अफगानिस्तान छोड़ने के लिए काबुल हवाईअड्डे तक पहुंचने की कोशिश कर रही भीड़ को 'बड़े आतंकी हमले' की आशंका को लेकर चेताया है, क्योंकि ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने भी यहां आतंकी हमले के 'बड़ा खतरे' की चेतावनी दी है. बुधवार देर रात लंदन, कैनबरा और वाशिंगटन से लगभग एक जैसी यात्रा चेतावनियां जारी हुईं. इसमें इस इलाके में भीड़ इकट्ठी न करने और सुरक्षित जगहों पर आसरा लेने का आग्रह किया गया है. तालिबानी शासन से निकलने की उम्मीद में हजारों भयभीत अफगानों और विदेशियों ने काबुल हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को ठिकाना बना रखा है. इसी बीच हवाई अड्डे की सुरक्षा को लेकर ये चेतावनी भी सामने आई.
अमेरिकी विदेश विभाग ने "सुरक्षा खतरों" का हवाला देते हुए कहा कि एबी गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर रहने वालों को अब तुरंत निकल जाना चाहिए. ये जगह खाली कर देनी चाहिए. ऑस्ट्रेलिया के विदेश विभाग में भी यहां बड़े आतंकवादी हमले के खतरे का हवाला दिया है. यात्रा परामर्श में कहा गया है कि काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्रा न करें. यदि आप हवाई अड्डे के क्षेत्र में हैं तो सुरक्षित स्थान पर जाएं और आगे की सलाह के लिए प्रतीक्षा करें. लंदन ने भी इसी तरह की चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यदि आप किसी अन्य तरीके से सुरक्षित रूप से अफगानिस्तान छोड़ सकते हैं तो आपको तुरंत ऐसा करना चाहिए.
वाशिंगटन और उसके सहयोगी हर दिन हजारों अफगानों को हवाई अड्डे से बाहर निकाल रहे हैं, लेकिन यह एक कठिन और खतरे वाला काम बन गया है. कुछ उड़ानें पहले से ही बंद हो गई हैं और 31 अगस्त की डेडलाइन के बाद देश छोड़ने को लेकर कई संघर्ष हो रहे हैं. हजारों परेशान परिवारों की भीड़ लगातार काबुल हवाईअड्डे पर पहुंचने का प्रयास कर रही है, जो फिलहाल तालिबानी लड़ाकों और विदेशी सेना की चौकियों से घिरा हुआ है.
हवाईअड्डे पर अफरा-तफरी में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है. यहां कई अफगानों को डर है कि सत्ता में आकर अब तालिबानी अपने क्रूर तरीकों से परेशान करेगा जैसा कि उसने 2001 से पहले किया था. वाशिंगटन ने कहा कि तालिबान ने आश्वासन दिया था कि अमेरिकियों और अन्य देशों के लोगों को मंगलवार की समय सीमा के बाद भी जाने की अनुमति दी जाएगी. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी (तालिबान) जिम्मेदारी है कि वे उस प्रतिबद्धता को बनाए रखें और देश छोड़ने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए निकलने का सुरक्षित रास्ता दें. लेकिन अफगानिस्तान इस्लामिक स्टेट समूह सहित अन्य जिहादी समूहों से भरा हुआ है, इसलिए भी खतरा और बढ़ गया है.