हाफिज सईद और बिलावल भुट्टो
- बिलावल भुट्टो ने भारत के साथ भरोसा कायम करने के लिए हाफिज सईद और मसूद अजहर के प्रत्यर्पण का विरोध न करने की बात कही.
- तल्हा सईद ने बिलावल के बयान की आलोचना करते हुए इसे पाकिस्तान के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ बताया.
- उन्होंने कहा कि बिलावल को पाकिस्तानियों के प्रत्यर्पण पर बात नहीं करनी चाहिए थी और इसे निंदनीय बताया.
- हाफिज सईद, जो 2019 से जेल में है, को आतंकवादी वित्तपोषण के मामलों में दोषी ठहराया गया है.
फसल अगर आप जहर की बोएंगे तो फसल काटना भी जहर का ही पड़ेगा. पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और मौजूदा शहबाज सरकार में सहयोगी बिलावल भुट्टो जरदारी को भी यह बात आज पता चल रही होगा. बिलावल भुट्टो ने कहा था कि भारत के साथ भरोसा कायम करने के लिए इस्लामाबाद लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर के प्रत्यर्पण का "विरोध नहीं करेगा". प्रत्यर्पण यानी कानूनी रूप से भारत को सौंपना. अब बिलावल भुट्टो की इस बात पर लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद के बेटे तल्हा सईद का गुस्सा फूट रहा है.
अल जजीरा के साथ एक इंटरव्यू में, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावस हाफिज सईद और मसूद अजहर के प्रत्यर्पण के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के साथ व्यापक बातचीत के हिस्से के रूप में, जहां आतंकवाद उन मुद्दों में से एक है जिन पर हम चर्चा करते हैं, मुझे यकीन है कि पाकिस्तान इनमें से किसी भी चीज का विरोध नहीं करेगा."
तल्हा सईद ने कहा, “बिलावल भुट्टो या तो जमीनी हकीकत से अनजान हैं या दुश्मन की नैरेटिव को बढ़ावा दे रहे हैं.” उसने सवाल किया, क्या कोई देश का प्रतिनिधि नागरिकों को दुश्मन देश को सौंपने के बारे में बात कर सकता है? तल्हा ने अपने पिता का बचाव करते हुए कहा कि सईद की कोई भी कार्रवाई पाकिस्तान के खिलाफ नहीं है.
अब सच्चाई देखिए आप. सईद खुद 2019 से लाहौर की कोट लखपत जेल में है, उसको कई वर्षों तक आतंकी वित्तपोषण मामलों में दोषी ठहराया गया था. लश्कर-ए-तैयबा 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है जिसमें 166 लोग मारे गए थे.
नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी (Nacta) के मुताबिक, पाकिस्तान ने LeT और JeM दोनों पर प्रतिबंध लगा दिया है. 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड, हाफिज सईद, वर्तमान में आतंक की फंडिंग के लिए 33 साल की सजा काट रहा है, जबकि मसूद अजहर, संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित वैश्विक आतंकवादी है और उसको Nacta द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है.