- एक जर्मन महिला ने मुंबई में रहते हुए भारत के मोबाइल नेटवर्क और प्लांट-बेस्ड भोजन विकल्पों की प्रशंसा की है.
- महिला ने इंस्टाग्राम पर वीडियो में भारतीय रेलवे की समयपालन और सुरक्षा सुविधाओं की तुलना जर्मनी से की है.
- वीडियो में भारत के 5G नेटवर्क, डिजिटल अटेंडेंस और महिलाओं के लिए सुरक्षित ट्रेन जोन को बेहतर बताया गया है.
एक जर्मन महिला ने दिल खोलकर भारत की तारीफ की है. फिलहाल यह महिला मुंबई में रह रही हैं. इंस्टाग्राम पर उन्होंने एक वीडियो पोस्ट किया है. अपने वीडियो में उन्होंने उन चीजों को दिखाने की कोशिशें की हैं जिन्हें वह जर्मनी में मिस करती हैं. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जीवन के पहलुओं को उजागर किया है और जर्मनी से उनकी तुलना की है. अब उनके इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी अटेंशन मिल रहा है.
वायरल हुआ वीडियो
इंस्टाग्राम पर life.in.mumbai_इस नाम से बने एक पेज पर इन दिनों एक वीडियो काफी चर्चा में है. एक वीडियो जो अब वायरल हो चुका है, उसे यूजर ने ‘Things that are better in India than in Germany' के कैप्शन से पोस्ट किया है. इस वीडियो में उनके कमेंट्स ने सोशल मीडिया पर गहरी बहस छेड़ दी है. इस वीडियो में उन्होंने बताया है कि कैसे भारत में बड़े स्तर पर मोबाइल नेटवर्क मौजूद है. साथ ही प्लांट-बेस्ड फूड में भी कई ऑप्शंस हैं और अब उनकी यही बातें इंटरनेट पर लोगों को कमेंट करने के लिए मजबूर कर रही हैं.
चीजें, जो जर्मनी में नहीं हैं
उन्होंने वीडियो को कैप्शन में लिखा, 'जब भारतीय रेलवे डॉइचे-Bahn से भी बेहतर चलने लगे. जर्मनी :तेज ट्रेनें, भारत: ट्रेनें जो वास्तव में समय पर आती हैं.' इसके साथ ही उन्होंने भारत में जर्मनी की तुलना में बेहतर चीजों की एक पूरी लिस्ट शेयर की है. इस लिस्ट में उन्होंने जो चीजें भारत में बेहतर बताई हैं, उनके अनुसार-
- हर जगह 5G/4G यहां तक कि बिल्कुल सुनसान इलाकों में भी.
- सॉकेट्स को ऑन और ऑफ करना (सिक्योरिटी और एनर्जी सेविंग के लिए).
- वर्कप्लेस पर डिजिटल अटेंडेंस.
- लाखों प्लांट-बेस्ड खाने के विकल्प (Zomato और Swiggy पर केवल शाकाहारी सेटिंग).
- ट्रेनें समय पर और सस्ती.
- ट्रेनों में ओन्ली लेडीज के लिए सिक्योर जोन.
- 99 प्रतिशत धूप, यानी भारतीय शहरों में साल भर धूप मौजूद रहती है, जो यूरोपियन देशों में नहीं होती है.
लाखों बार देखा गया वीडियो अब तक
इस वीडियो को 7.7 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है और हजारों लोग इसे लाइक्स कर चुके हैं. सैकड़ों यूजर्स ने इस पर कमेंट्स किए हैं जिनमें कुछ यूजर्स जर्मन ट्रेनों के टाइम पर न आने से ज्यादा हैरान थे. एक यूजर ने लिखा, 'जर्मनी में नेटवर्क का ऐसा होना आम क्यों नहीं है? मुझे लगा था कि पश्चिमी देशों में बेहतर मोबाइल नेटवर्क होगा.' वहीं एक और ने टिप्पणी की, 'एक विदेशी भारत की सराहना कर रही है और भारतीय इसे पचा ही नहीं पा रहे. प्रिय भारतीयों, आप अपनी ही देश की कितनी निंदा करेंगे?'
तीसरे ने लिखा, 'मैंने एक पैटर्न देखा है: जब भारत की आलोचना होती है, लोग सही तरीके से बताते हैं कि स्टीरियोटाइप्स गलत हैं और अच्छे पहलू को नजरअंदाज किया जाता है. लेकिन जब कोई वास्तव में उस अच्छे पहलू को उजागर करता है तो अक्सर उनकी मंशा पर संदेह व्यक्त किया जाता है.'