गाजा से आए 3 वीडियो से क्यों बढ़ा तनाव? UN सुरक्षा परिषद की बैठक तय, हमास ने नेतन्याहू की अपील ठुकराई

Gaza famine: हमास और उसके सहयोगी इस्लामिक जिहाद ने तीन वीडियो जारी किए हैं जिनमें 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर किए हमले के दौरान बंधक बनाए गए दो इजरायलियों को दिखाया गया है.

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इजरायली बंधक (बाएं) और फिलिस्तीनी बच्ची की हालत (दाएं)
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  • गाजा में मानवीय संकट गहरा रहा है और जनता को भूख से जूझना पड़ रहा है, जबकि हमास ने इजरायली बंधकों को रखा है.
  • हमास ने दो इजरायली बंधकों के तीन वीडियो जारी किए हैं, जिनमें वे कमजोर और भूखे दिख रहे हैं.
  • संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद गाजा में बंधकों की स्थिति पर एक आपातकालीन बैठक आगामी मंगलवार को आयोजित करेगी.
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गाजा इस समय भयावह मानवीय संकट से गुजर रहा है. गाजा की जनता अपनी भूख मिटाने के लिए दाने-दाने को तरस रही है. लेकिन इस जंग का दूसरा पहलू यह भी है कि गाजा के अंदर हमास के उग्रवादियों ने कई आम इजरायलियों की बंधक बना रखा है और उनकी स्थिति भी गाजावासियों से कोई बेहतर नहीं है. हमास ने हाल ही में 2 इजरायली बंधकों के 3 वीडियो जारी किए हैं जिसमें वो दूबले-पतले दिखाई दे रहे हैं, अपनी ही कब्र खोदते दिख रहे हैं. इन वीडियोज की हो रही आलोचनाओं के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इन बंधकों के मुद्दे पर एक बैठक होने जा रही है. इजराइल के राजदूत ने रविवार, 3 अगस्त को कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद मंगलवार, 5 अगस्त को गाजा में बंधकों पर एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगी.

संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए दो बंधकों के वीडियो सामने आने के बाद उठे गुस्से के बीच सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी. डैनन ने कहा कि परिषद "गाजा में बंधकों की गंभीर स्थिति पर एक विशेष आपातकालीन सत्र आगामी मंगलवार को बुलाएगी." 

हमास द्वारा जारी ये वीडियो गाजा में विनाशकारी मानवीय स्थितियों का जिक्र करते हैं. इजरायली बंधकों की स्थिति दिखा कर हमास के उग्रवादी यह दिखाने का दावा करते हैं कि गाजा में भूखमरी के क्या हालात हैं. संयुक्त राष्ट्र के समर्थन वाले विशेषज्ञों और एजेंसियों ने भी चेतावनी दी है कि गाजा में "अकाल फैल रहा है."

गौरतलब है कि इजरायल ने गाजा में मानवीय सहायता के प्रवेश पर भारी प्रतिबंध लगा दिया है. संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों, मानवतावादी समूहों और विश्लेषकों का कहना है कि इजरायल जो कुछ भी सहायता को गाजा में आने की अनुमति देता भी है, उसका अधिकांश भाग लूट लिया जाता है या कहीं और भेज दिया जाता है.

इजरायली बंधकों की मदद के लिए नेतन्याहू की अपील, हमास का इनकार

इससे पहले रविवार को, इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायली बंधकों को भोजन दिलाने के लिए रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति से मदद का अनुरोध किया था. हालांकि इसके जवाब में, हमास की आर्म्ड विंग- अल-कसम ब्रिगेड ने कहा कि वह एजेंसी को इजरायली बंधकों तक पहुंच की अनुमति देगी, लेकिन केवल तभी जब भोजन और मानवीय सहायता के लिए "मानवीय गलियारे गाजा पट्टी के सभी क्षेत्रों में" खोले जाएंगे.

अल-कसम ब्रिगेड ने कहा कि उसने इजरायली बंधकों को "जानबूझकर भूखा नहीं रखा". गाजा में इजरायल द्वारा "भुखमरी और नाकेबंधी का अपराध" चलाया जा रहा है. इन सबके बीच इजरायली बंधकों को कोई विशेष भोजन विशेषाधिकार नहीं मिलेगा. यानी हमास का कहना है कि गाजा के लोगों की भी वहीं हालत है जो वीडियो में इजरायली बंधकों की दिख रही है. उनको वहीं खाना मिलता है जो हमास और गाजा के लोगों को मिल रहा है. उनको कोई अलग से खाने का विशेषाधिकार नहीं मिलेगा.

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वो तीन वीडियो जिसपर हो रही आलोचना

हाल के दिनों में, हमास और उसके सहयोगी इस्लामिक जिहाद ने तीन वीडियो जारी किए हैं जिनमें 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर किए हमले के दौरान बंधक बनाए गए दो इजरायलियों को दिखाया गया है. इन वीडियो में जो दो इजरायली हैं, वो हैं- रोम ब्रास्लावस्की और एविएटर डेविड. वीडियो में दोनों कमजोर और कुपोषित दिखाई दे रहे है. इन वीडियो ने इजरायल में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते के लिए नए सिरे से मांगों को बढ़ावा दिया है. वीडियो के सामने आने के बाद पश्चिमी देशों ने आलोचना की है. ब्रिटेन के विदेश सचिव (विदेश मंत्री) डेविड लैमी ने कहा, "प्रोपेगैंडा के लिए बंधकों की परेड की तस्वीरें दुखद हैं" और उन्हें "बिना शर्त" रिहा किया जाना चाहिए.
 

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