- इजरायल ने हमास पर गाजा में शांति समझौते और सीजफायर का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर नए हवाई हमले शुरू किए हैं
- इजरायल के हमलों में गाजा के विभिन्न इलाकों में कम से कम 26 लोगों की मौत, जिनमें कई बच्चे और नागरिक शामिल हैं
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि इस हमले से गाजा में अमेरिकी समर्थित सीजफायर को कोई खतरा नहीं है
इजरायल ने हमास पर गाजा शांति समझौते और सीजफायर डील के उल्लंघन का आरोप लगाकर नए हमले कर दिए हैं. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इजरायल के हवाई हमलों में 26 लोग मारे गए हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि 2 साल की कड़ी मेहनत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में जिस शांति समझौते को करवाया गया था, सीजफायर लगवाया गया था, क्या वह सब अब खत्म हो चुका है. इन सवालों के बीच खुद ट्रंप का एक बड़ा बयान आया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार, 29 अक्टूबर को कहा कि इस हमले से गाजा में अमेरिका समर्थित सीजफायर को कोई खतरा नहीं है.
दरअसल इजरायल ने उग्रवादी समूह हमास पर सीजफायर का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और इसके बाद इजराइल के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को गाजा में हमले शुरू कर दिए. राष्ट्रपति ट्रंप की मध्यस्थता में किए गए तीन सप्ताह पुराने शांति समझौते में यह नवीनतम हिंसा है. इसके बाद गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि हमलों में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें मध्य गाजा पट्टी में ब्यूरिज शरणार्थी शिविर में एक घर में पांच लोग, गाजा शहर के सबरा पड़ोस में एक इमारत में चार लोग और खान यूनिस में एक कार में पांच लोग मारे गए हैं.
अब ट्रंप ने इस नए हमले पर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने एयर फोर्स वन (अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान) में संवाददाताओं से कहा, "जैसा कि मैं इसे समझता हूं, उन्होंने (हमास ने) एक इजरायली सैनिक को मार डाला था... इसलिए इजरायलियों ने जवाबी हमला किया और उन्हें जवाब देना चाहिए. जब ऐसा होता है, तो उन्हें जवाबी हमला करना चाहिए."
ट्रंप ने कहा, "सीजफायर को कुछ भी खतरा नहीं होने वाला है... आपको समझना होगा कि हमास मध्य पूर्व में शांति का एक बहुत छोटा हिस्सा है, और उन्हें अच्छा व्यवहार करना होगा." न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गाजा पट्टी में इजरायली विमानों के हमले बुधवार तड़के भी जारी रहे.














