विशेषज्ञों ने 111 साल पहले डूबे टाइटैनिक जहाज़ के मलबे (Titanic Debris) को देखने के लिए समुद्र में गोता लगाते वक्त अंतःविस्फोट (Implosion) वाली टाइटन पनडुब्बी (Titan Submersible) के बचे हुए हिस्सों से संभावित मानव अवशेष बरामद किए हैं. इस अंतःविस्फोट में पनडुब्बी में सवार पांचों लोगों की मौत हो गई थी. यह जानकारी US कोस्टगार्ड ने बुधवार को दी.
US कोस्टगार्ड ने कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका के मेडिकल प्रोफ़ेशनल संभावित मानव अवशेषों का विश्लेषण करेंगे, जिन्हें बेहद सावधानी से बरामद किया गया है..."
टाइटन पनडुब्बी के इस अभियान के दौरान उस पर ब्रिटिश खोजकर्ता हामिश हार्डिंग, फ्रांसीसी पनडुब्बी विशेषज्ञ पॉल-हेनरी नार्जियोलेट, पाकिस्तानी-ब्रिटिश व्यवसायी शहज़ादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान, और पनडुब्बी संचालक कंपनी ओशनगेट एक्सपेडिशन्स के CEO स्टॉकटन रश सवार थे. इन सभी की मृत्यु संभवतः तत्काल हो गई थी, जब लगभग एक SUV कार के आकार की टाइटन पनडुब्बी में उत्तरी अटलांटिक के भीषण दबाव के चलते समुद्र में दो मील से अधिक गहराई पर अंतःविस्फोट हुआ.
इस छोटी-सी पनडुब्बी के बरामद हुए मलबे को सुबह-सुबह पूर्वी कनाडा में निकाला गया, और एक कठिन तलाशी अभियान पूरा हुआ. अब इस मलबे को आइंदा विश्लेषण के लिए US कोस्टगार्ड कटर के ज़रिये किसी अमेरिकी बंदरगाह पर ले जाया जाएगा.
हादसे की जांच कर रही अमेरिकी टीम के नेता कैप्टन जेसन न्यूबॉयर ने कहा, "टाइटन के विनाश के कारणों को समझने और यह सुनिश्चित करने के लिए अभी काफी काम बाकी है कि ऐसा ही हादसा फिर न हो..."
टीवी पर प्रदर्शित तस्वीरों में न्यूफ़ाउंडलैंड के सेंट जॉन्स स्थित कनाडाई तटरक्षक टर्मिनल पर टाइटन पनडुब्बी के नोज़ कोन (Nose Cone) और एक साइड पैनल, जिससे तारें लटकी दिख रही हैं, को एक जहाज़ से नीचे खड़े ट्रक में उतारते देखा जा सकता है.
न्यूयॉर्क की कंपनी पेलजिक रिसर्च, जो पनडुब्बी की खोज में इस्तेमाल किए गए रिमोट-संचालित वाहन ओडीसियस की मालिक है, का कहना है कि खोज अभियान पूरा हो गया है.
कनाडाई अधिकारियों ने मलबे की बरामदगी पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है.
टाइटन पनडुब्बी के लापता होने की सूचना 18 जून को दी गई थी और US कोस्टगार्ड ने पिछले गुरुवार को कहा था कि भीषण अंतःविस्फोट के बाद पनडुब्बी में सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई थी.
न्यूफ़ाउंडलैंड के तट से 400 मील दूर समुद्र की सतह से लगभग चार किलोमीटर गहराई में तलहटी पर पड़े टाइटैनिक के बो (Bow) से लगभग 1,600 फुट (500 मीटर) की दूरी पर पनडुब्बी का मलबा पाया गया.
पनडुब्बी के लापता हो जाने के बाद से शुरू हो गए बहुराष्ट्रीय खोज एवं बचाव अभियान उस समय खत्म हो गए, जब अंतःविस्फोट की घोषणा की गई. खोज के दौरान समूची दुनिया का ध्यान इसी पर लगा हुआ था.
कोस्टगार्ड ने इस हादसे की उच्चतम स्तर की जांच शुरू की है, जिसे मरीन बोर्ड ऑफ़ इन्वेस्टिगेशन कहा जाता है.