पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान (Baluchistan) प्रांत में बुधवार को मूसलाधार बारिश (Rain) के बाद अचानक आई बाढ़ (Flood) के कारण एक ही परिवार की छह महिलाओं सहित कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद अधिकारियों को क्वेटा जिले में आपात स्थिति की घोषणा करनी पड़ी. प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) के महानिदेशक नसीर अहमद नासर ने कहा कि सभी मौतें बलूचिस्तान के विभिन्न हिस्सों में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण हुईं. उन्होंने कहा, “मूसलाधार बारिश में कईं लोगों के घायल होने की घटनाएं भी हुई हैं.”
पीडीएमए के अनुसार, इस बात की आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बलूचिस्तान प्रांत के दूरदराज के इलाकों में अचानक आई बाढ़ के कारण कई लोग अभी भी लापता हैं
नासर ने कहा कि क्वेटा जिले में 300 से अधिक कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है.
अधिकारियों ने कहा कि जान गंवाने वालों में क्वेटा में एक ही परिवार की छह महिलाएं शामिल हैं। बारिश और तेज हवाओं के कारण उनके अस्थायी घर की दीवार गिरने से उनकी मौत हो गई.
“डॉन” अखबार ने अपनी खबर में परिवार के हवाले से कहा कि दो घायल महिलाओं की मौत इसलिए हुई क्योंकि उन्हें अस्पताल ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं थी.
क्वेटा के बाहरी इलाके में मकान ढहने से तीन महिलाओं और चार बच्चों की भी मौत हो गई.
बलूचिस्तान सरकार ने क्वेटा जिले में आपातकाल घोषित कर दिया है. बलूचिस्तान प्रांत के कई जिलों में पिछले 24 घंटों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हुई है.
अधिकारियों ने कहा कि क्वेटा में गहरे तालाब में डूबने के कारण जान गंवाने वालीं दो लड़कियों के शव मंगलवार रात भोसा मंडी इलाके से बरामद किए गए.
उन्होंने बताया कि मस्तुंग जिले के दश्त इलाके में दो महिलाओं की, घर की दीवार गिरने से मौत हो गई.
केच जिल में पाकिस्तान-ईरान सीमा से सटे मांड इलाके में तीन बच्चे पानी में डूब गए। इसके अलावा एक मौसमी नाले में पांच कोयला खनिक भी बह गए. स्थानीय लोगों ने उनमें से दो को बचा लिया, जबकि तीन अन्य तेज बहाव में डूब गए.
नसीराबाद, जाफराबाद, सिबी, जियारत, हरनाई, बरखान, लोरलाई, लासबेला, कोहलू, डेरा बुगती, आवारां, नोशकी और चगई जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जहां स्थानीय प्रशासन ने राहत के लिए कदम उठाए हैं.