Explainer: पाकिस्तान में वोटिंग खत्म होने के 24 घंटे बाद भी क्यों नहीं हुआ फाइनल रिजल्ट का ऐलान

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं. इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए. बाकी 10 सीटें रिजर्व हैं. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच मुकाबला है. पाकिस्तान में अब तक आए नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत मिलता दिखाई नहीं दे रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins

पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने तय समय से 18 घंटे की देरी के बाद आधिकारिक नतीजे घोषित करने शुरू किए हैं.

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान में 8 फरवरी को नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव (Pakistan National Assembly Elections Result 2024) हुए. वोटिंग खत्म होने के 24 घंटे बाद भी चुनाव में किस पार्टी को जीत मिली, इसे लेकर स्पष्टता नहीं है. वोटों की गिनती (Pakistan Elections Result) अभी जारी है. पाकिस्तान के मशहूर अखबार 'Dawn'की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक सिर्फ एक चौथाई वोट ही गिने गए हैं. चुनाव के नतीजे शुक्रवार (9 फरवरी) सुबह तक आने की उम्मीद थी. लेकिन नतीजों के ऐलान में हो रही देरी से निष्पक्ष चुनाव को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. 

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 336 सीटें हैं. इनमें से 266 सीटों पर चुनाव हुए. 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें नॉन-मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए रिजर्व हैं. पाकिस्तान में मुख्य रूप से 3 पार्टियों पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच मुकाबला है. सरकार बनाने के लिए 133 सीटों का बहुमत जरूरी है. वोटिंग 8 फरवरी को सुबह 8:30 बजे शुरू हुई और शाम 5:30 बजे चली. 

पाकिस्तान में वोटों की गिनती के बीच जेल में बंद इमरान खान ने किया जीत का दावा

इस बीच पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने तय समय से 18 घंटे की देरी के बाद आधिकारिक नतीजे घोषित करने शुरू किए हैं. पाकिस्तान के चुनाव आयोग के मुताबिक, 'इंटरनेट कनेक्शन में आ रही दिक्कतों के कारण वोटों की गिनती में समय लग रहा है. ECP के स्पेशल सेक्रेटरी जफर इकबाल ने कहा कि पोलिंग ऑफिसर को जल्द से जल्द रिजल्ट बताने को कहा गया है. लेकिन कई काउंटिंग स्टेशन पर इंटरनेट इश्यू है. लिहाजा वक्त लग रहा है. 

'Dawn'की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मैन्युअली काउंटिंग की बात कही थी. लेकिन कई पीठासीन अधिकारी समय रहते कई काउंटिंग स्टेशनों पर वोटों की गिनती करके नतीजे बताने में नाकाम रहे. जिसके बाद मशीन की मदद ली जा रही है. वोटों की गिनती से पहले देशभर में मोबाइल फोन सर्विस को सस्पेंड कर दिया गया था.

वोटिंग के दौरान हुई हिंसा में 16 लोगों की मौत
इस बीच वोटिंग के दौरान हिंसा की घटनाएं भी हुईं. वोटिंग के दिन अलग-अलग हिंसक मामलों में कम से कम 16 लोग मारे गए. 54 लोगों के घायल होने की भी खबर है. पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह एक बयान में कहा कि एहतियाती सुरक्षा उपायों के कारण कम्युनिकेशन करने में दिक्कत आ गई. इस वजह से चुनाव के नतीजे आने में देरी हुई.

जेल में इमरान, चुनाव में शानदार प्रदर्शन, पाकिस्तान चुनाव क्या बन पाएगी उनकी सरकार?

इमरान खान के चुनाव लड़ने पर लगा बैन
जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान के चुनाव लड़ने पर बैन लगा है. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का सिंबल रद्द कर दिया गया था. चुनाव आयोग ने PTI को बैलट पेपर से भी हटा दिया था. लिहाजा इमरान के समर्थक निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर मैदान में हैं.

अब तक किसी पार्टी को नहीं मिलता दिख रहा बहुमत'
डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग ने 200 सीटों के नतीजे घोषित किए. चुनाव में इमरान खान की पार्टी PTI समर्थकों को 90 सीटों पर जीत मिली है. सभी ने निर्दलीय उम्मीदवार बनकर चुन लड़ा था. वहीं, नवाज शरीफ की पार्टी (PML-N) सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरी है. PML-N को अब तक 82 सीटें मिली हैं. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने 50 सीटें जीती हैं. जबकि 18 अन्य के खाते में गई हैं. काउंटिंग अभी जारी है.
 

मार्केट पर भी पड़ रहा असर
इस बीच विश्लेषकों ने पाकिस्तान में राजनीतिक अनिश्चितता को कम करने के लिए चुनाव नतीजों के समय पर ऐलान के महत्व पर जोर दिया है. नतीजों के ऐलान में हो रही देरी का मार्केट पर भी असर पड़ रहा है. इस सियासी उठा-पटक बीच पाकिस्तान का स्टॉक एक्सचेंज शुक्रवार को 2 हजार पॉइंट नीचे गिर गया. एक दिन में स्टॉक मार्केट में 3.34% की गिरावट दर्ज की गई है.

Advertisement

पाकिस्तान के आम चुनाव में इमरान खान और शरीफ की पार्टी ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया

नागरिकों के बीच भी चिंता बढ़ी
चुनाव नतीजे के ऐलान में हो रही देरी ने नागरिकों के बीच चिंता भी बढ़ा दी है. कुछ लोगों ने चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता के बारे में संदेह जाहिर किया है. एक दुकान के मालिक निसार अहमद (45) ने कहा, "देरी करने की रणनीति नतीजों में धांधली की बात जोर-शोर से बताती है. नतीजों में देरी के पीछे कोई अन्य कारण नहीं है." 40 साल की स्कूल टीचर सदफ फारूकी ने कहा, "परिणामों के साथ छेड़छाड़ के अलावा कोई अन्य कारण नहीं हो सकता है."

नए PM के सामने होंगी तमाम चुनौतियां 
एक तरफ पाकिस्तान आर्थिक संकट से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है. दूसरी ओर मुल्क गहरे ध्रुवीकृत राजनीतिक माहौल में आतंकवाद से भी जूझ रहा है. ऐसे में पाकिस्तान के नए पीएम को अपने आवाम की भलाई के लिए नीतियां लानी होंगी. देश को भारी कर्ज के बोझ से उबारना होगा. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से नए बेलआउट पैकेज पर बातचीत करनी होगी. क्योंकि IMF के साथ पाकिस्तान का 9 महीने का बेलआउट प्रोग्राम अगले महीने खत्म हो रहा है. 
 

Advertisement

पाकिस्तान चुनाव परिणाम : भाई और बेटी के साथ मियां नवाज़ की हुई जीत, बिलावल भुट्टो का भी झंडा बुलंद