भाषण देने से रोकने पर भड़के एलन मस्क, जॉर्ज सोरोस पर ऐसे निकाली भड़ास

अमेरिका के अरबपति कोरोबारी एलन मस्क ने कह है कि विस्कॉन्सिन के टाउन हॉल में भाषण में उन्हें भाषण देने से रोकने की कोशिश की गई. उन्होंने इसके लिए जॉर्ज सोरेस को जिम्मेदार ठहराया है.

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नई दिल्ली:

अमेरिका के दो अरबपतियों की लड़ाई अब सड़क पर आ गई है. हम बात कर रहे हैं टेस्ला के मालिक एलन मस्क और अरबपति कारोबारी जॉर्ज सोरोस की. विस्कॉन्सिन में टाउन हॉल भाषण के दौरान एक प्रदर्शनकारी ने मस्क को भाषण देने से रोकने की कोशिश की. इसके बाद मस्क ने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी को उनके प्रतिद्वंदी ने भेजा था. मस्क ने मुस्कुराते हुए कहा, "मेरी ओर से जॉर्ज को हाय कहना." यह सुनते ही वहां मौजूद भीड़ ने उनके साथ 'यूएसए, यूएसए' के नारे लगाए. 

मस्क पहले जता चुके हैं यह आशंका

उन्होंने कहा,"यह अपरिहार्य था, दर्शकों में जरूर कुछ सोरोस के लोग होंगे... जॉर्ज को मेरा अभिवादन देना!" इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क की उस आशंका का समर्थन किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि टेस्ला और इसके शोरूमों पर बढ़ते हमलों के पीछे जॉर्ज सोरोस हैं. यह तब शुरू हुआ था जब मस्क राष्ट्रपति ट्रंप की मुख्य टीम का हिस्सा बने. उन्हें सरकारी विभागों और एजेंसियों के पुनर्गठन के लिए बनाए गए डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएन्सी (डीओजीई) की जिम्मेदारी सौंपी गई. 

जब यह पूछा गया कि क्या टेस्ला पर हाल में हमलों के पीछे सोरोस का हाथ है, तो ट्रंप ने न्यूजमैक्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा,"हां, मुझे लगता है कि यह उसका हिस्सा है. उनमें से कुछ लोग जो मेरे मुकदमों में शामिल थे, मुझे लगता है कि वे शायद इसमें भी शामिल थे."

मस्क ने सोरोस को बताया था मानवता विरोधी

ऐसी आशंका मस्क ने सबसे पहले अपने एक्स अकाउंट पर व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था कि सोरोस, अरबपति रीड हॉफमैन और डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े अन्य संगठन टेस्ला के विरोध हुए प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार थे. मस्क ने अपने दावों का समर्थन में एक जांच का हवाला दिया था. उन्होंने इस जांच का कोई विस्तृत विवरण नहीं दिया था. 

मस्क की सोरोस के प्रति नाराजगी कोई नई बात नहीं है.इस साल जनवरी में उन्होंने जो बाइडन प्रशासन की उस समय आलोचना की जब सोरोस को अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान,'प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम' से सम्मानित किया गया.मस्क ने इसे अन्याय बताया था. मस्क ने सोरोस को मानवता से नफरत करने वाला बताया था. 

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