Earthquake In Nepal: नेपाल में शुक्रवार देर रात आए भूकंप में अभी तक कुल 140 लोगों की मौत हुई है और सैकड़ों लोग घायल बताए जा रहे है. मरने वालों में नालगढ़ नगर निकाय की उपप्रमुख सरिता सिंह भी शामिल हैं. नेपाल में रात 6.4 की तीव्रता पर भूकंप आया था. जिसमें जाजरकोट और रुकुम पश्चिम में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.
नेपाल सेना ने भूकंप के तुरंत बाद घटना स्थल पर बचाव कार्य करने के लिए शुक्रवार को अपने कर्मियों को तैनात किया. प्रभावित इलाकों में अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी है.
जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित
नेपाल के सरकारी टीवी के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है. यहां कई मकान टूट गए हैं, जिनके मलबों के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. अभी तक यह पता नहीं लग पाया है कि भूकंप के कारण कितने मकान क्षतिग्रस्त हुए. जबकि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है.
नेपाल में 10 किलोमीटर की गहराई में भूकंप का केंद्र
भूकंप का केंद्र नेपाल में अयोध्या से लगभग 227 किलोमीटर उत्तर और काठमांडू से 331 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई में था. बता दें कि नेपाल भूवैज्ञानिक रूप से सक्रिय क्षेत्र में बसा है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं. जिससे हिमालय बनता है और भूकंप अक्सर आते रहते हैं.
नेपाल के प्रधानमंत्री ने भूकंप से हुई क्षति को लेकर जताया दुख
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप से हुई क्षति को लेकर दुख जताया है. नेपाल पीएमओ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने शुक्रवार रात 11:47 बजे जजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और घायलों के तत्काल राहत और बचाव के लिए 3 सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया गया है."
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई जिलों में भूकंप के झटके
बता दें कि नेपाल में शुक्रवार देर रात आए भूकंप के बाद हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है. इस भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत उत्तर भारत के कई जिलों में भी महसूस किए गए हैं.