SCO बैठक के लिए पाकिस्तान पहुंचे विदेश मंत्री जयशंकर, VIDEO में देखिए कैसे हुआ उनका स्वागत

एससीओ के अन्य सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व चीन, रूस, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के साथ-साथ ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति करेंगे.

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इस्लामाबाद:

विदेश मंत्री जयशंकर एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (सीएचजी) की बैठक में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंच गए हैं. वह एससीओ सदस्य देशों के स्वागत के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मेजबानी में आयोजित डिनर में शामिल होंगे. यह 9 साल में किसी भारतीय विदेश मंत्री का पहली पाकिस्तान यात्रा है. पूर्व विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज ने अफगानिस्तान पर एक सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए 2015 में इस्लामाबाद का दौरा किया था. भारतीय प्रतिनिधिमंडल को लेकर भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का विमान रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर उतरा.

भारत ने लगातार कहा है कि पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध केवल आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में ही संभव हो सकते हैं. मंगलवार को जयशंकर के रवाना होने से पहले विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "एससीओ सीएचजी बैठक प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है और संगठन के व्यापार और आर्थिक एजेंडे पर केंद्रित होती है. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. भारत एससीओ फ्रेमवर्क में सक्रिय रूप से शामिल है."

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, शरीफ द्वारा आयोजित रात्रिभोज मंगलवार को आने वाले नेताओं और प्रतिनिधिमंडलों के लिए एकमात्र आधिकारिक कार्यक्रम है.

बैठक के दूसरे दिन की शुरुआत शरीफ की ओर से इस्लामाबाद के जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में नेताओं का स्वागत करने से होगी. सम्मेलन की कार्यवाही एक ग्रुप फोटोग्राफ और शरीफ के उद्घाटन भाषण के बाद शुरू होगी.

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार और एससीओ महासचिव झांग मिंग के मीडिया में बयान देने से पहले विभिन्न दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री की तरफ से आयोजित एक आधिकारिक लंच का आयोजन किया जाएगा.

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एससीओ के अन्य सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व चीन, रूस, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के साथ-साथ ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति करेंगे.

मंगोलिया के प्रधानमंत्री (पर्यवेक्षक राज्य) और मंत्रिपरिषद के उपाध्यक्ष, तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री (विशेष अतिथि) भी बैठक में भाग लेंगे.

विदेश मंत्री जयशंकर के इस्लामाबाद में केवल 24 घंटे रहने की उम्मीद है और बैठक के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक निर्धारित नहीं है लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान में सत्तारूढ़ सरकार के कई मंत्रियों और विपक्षी नेताओं ने घरेलू राजनीतिक लाभ के लिए उनके आगमन पर ध्यान केंद्रित कर रखा है.

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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसद और खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) के सूचना सलाहकार बैरिस्टर मुहम्मद अली सैफ ने जयशंकर को पीटीआई कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए आमंत्रित किया, जो देश की राजधानी में विरोध रैली कर रहे हैं.

सैफ ने कहा, "एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए इस्लामाबाद आने वाले सभी विदेशी प्रतिनिधिमंडल हमारे विरोध को देखकर खुश होंगे और हमारे देश की लोकतांत्रिक प्रथाओं और ताकत की सराहना करेंगे... हम जयशंकर को हमारे सरकार विरोधी प्रदर्शन को संबोधित करने के लिए भी आमंत्रित करेंगे और वह खुद देखेंगे कि पाकिस्तान का लोकतंत्र कितना मजबूत है."

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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