- ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान तनाव कम करने का श्रेय लिया है.
- उन्होंने नाटो सम्मेलन में यह बात कही.
- ट्रंप ने फोन कॉल्स के जरिए मध्यस्थता का दावा दोहराया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत पाकिस्तान के बीच तनाव को खत्म करने का श्रेय लिया है. ट्रंप ने नीदरलैंड की राजधानी हेग में आयोजित नाटो सम्मेलन के दौरान कहा, 'सबसे महत्वपूर्ण, भारत और पाकिस्तान...मैंने इसे कई फोन कॉल के साथ खत्म किया. मैंने कहा कि अगर आप एक-दूसरे से लड़ने जा रहे हैं तो हम कोई व्यापार सौदा नहीं कर रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'मैंने कहा कि अगर आप एक-दूसरे से लड़ने जा रहे हैं तो हम कोई ट्रेड डील नहीं कर रहे हैं.'
पीएम मोदी महान और सज्जन
ट्रंप ने आगे कहा, 'पाकिस्तान के जनरल पिछले हफ्ते मेरे ऑफिस में थे. प्रधानमंत्री मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं. वे एक महान और सज्जन व्यक्ति हैं. मैंने उन्हें समझाया और मैंने कहा, अगर आप लड़ने जा रहे हैं तो हम कोई ट्रेड डील नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा, नहीं, वह ट्रेड एग्रीमेंट करना चाहता हूं. फिर हमने परमाणु युद्ध रोक दिया...'
ट्रंप के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार हैं. उनका कहना था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ व्यापार पर कई बार फोन पर बात की. ट्रंप के शब्दों में, 'मैंने कहा, 'देखिए, अगर आप एक-दूसरे से लड़ने जा रहे हैं. यह बहुत बुरा हो रहा था आप जानते हैं कि पिछला हमला कितना बुरा था. यह वास्तव में बहुत बुरा था.' उन्होंने दावा किया कि जब देशों ने कहा, 'नहीं, आपको ट्रेड डील करनी होगी,' तो ट्रंप ने जवाब दिया, 'हम कोई व्यापार सौदा नहीं कर रहे हैं.'
ट्रंप के दावा हर बार खारिज
ट्रंप ने कई बार यह दावा दोहराया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को 'समाधान' तक पहुंचने में मदद की है. जबकि भारत लगातार यह कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ तनाव खत्म करने पर सहमति दोनों सेनाओं के DGMO के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी है. पिछले हफ्ते ट्रंप के साथ करीब 35 मिनट की फोन कॉल में, पीएम मोदी ने दृढ़ता से कहा कि भारत मध्यस्थता को 'कभी स्वीकार नहीं करेगा' और यह कि सैन्य कार्रवाइयों को खत्म करने पर भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच चर्चा इस्लामाबाद के अनुरोध पर शुरू की गई थी.