जब से डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठे हैं, उनके साथ-साथ वहां के अधिकारी भी सुपर एक्टिव हैं. उनका ध्यान खासतौर पर उन लोगों पर है जो कथित तौर पर अमेरिका के अंदर बिना वैध डॉक्यूमेंट के रह रहे हैं. निशाने पर ऐसे स्टूडेंट भी हैं. अब वहां के फेडरल अधिकारियों ने बोस्टन के पास टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक अंतरराष्ट्रीय छात्रा को हिरासत में लिया है और उसका वीजा रद्द कर दिया है. यह जानकारी खुद यूनिवर्सिटी ने दी है.
टफ्ट्स यूनिवर्सिटी ने कहा कि एक ग्रेजुएट छात्रा को मैसाचुसेट्स के समरविले में एक ऑफ-कैंपस अपार्टमेंट बिलडिंग से हिरासत में लिया गया था. यूनिवर्सिटी ने दावा किया कि उसे घटना या छात्रा की स्थिति के लीगल स्टेटस की परिस्थितियों के बारे में कोई और जानकारी नहीं थी.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार यूनिवर्सिटी के बयान पर टिप्पणी के लिए अमेरिकी होमलैंड सुरक्षा विभाग, यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन और अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन के प्रतिनिधियों से तुरंत संपर्क नहीं किया जा सका.
ट्रंप के निशाने पर इंटरनेशनल स्टूडेंट्स
रिपब्लिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को टारगेट पर लिया हुआ है क्योंकि यह इमिग्रेशन पर नकेल कसना चाहता है. कार्रवाईयों में अमेरिका के अंदर गिरफ्तारियों को बढ़ाना और सीमा पार करने की कवायद को प्रतिबंधित करना शामिल है.
कोलंबिया यूनिवर्सिटी में, छात्र प्रदर्शनकारी और कानूनी रूप से रहने वाले स्थायी निवासी महमूद खलील को इस महीने गिरफ्तार किया गया था. ट्रंप ने बिना सबूत के उन पर हमास का समर्थन करने का आरोप लगाया. इस आरोप को नकारते हुए खलील कानूनी रूप से अपनी हिरासत को चुनौती दे रहे हैं.
अमेरिका के अधिकारी कोलंबिया यूनिवर्सिटी की एक कोरियाई मूल की अमेरिकी छात्रा को भी हिरासत में लेने की कोशिश की, जो कानूनी रूप से अमेरिका की स्थायी निवासी है. उसने फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया है. हालांकि उसको हिरासत में लेने पर फिलहाल अदालत ने रोक लगा दी है.
ट्रंप सरकार ने न्यूयॉर्क में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और वाशिंगटन में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के छात्रों को भी निशाना बनाया है.
इनपुट- रॉयटर्स