भारत-अमेरिका के विदेश मंत्रियों की हुई मुलाकात, US Visa में देरी के सवाल पर मिला यह जवाब

ब्लिंकन (Antony Blinken) ने अमेरिकी वीजा (US Visa) आवेदनों में हो रहे विलंब से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा, “हमारे साथ आप भी थोड़ा बर्दाश्त कीजिए. यह अगले कुछ महीनों में सुव्यवस्थित हो जाएगा, हम इस पर बहुत ध्यान दे रहे हैं.”

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भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन से हुई मुलाकात
वॉशिंगटन:

विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने अमेरिका (US) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) के समक्ष भारत (India) से अमेरिकी वीजा (US Visa) आवेदनों के काफी संख्या में लंबित होने का मुद्दा उठाया है. इस पर शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि वह इस मामले के प्रति संवेदनशील हैं और इसे सुलझाने के लिये उनके पास योजना है. ब्लिंकन ने भारतीय नागरिकों के वीजा आवेदनों के लंबित होने के लिए कोविड-19 (Covid19) महामारी को जिम्मेदार ठहराया. अमेरिका द्वारा मार्च 2020 में महामारी के कारण दुनिया भर में लगभग सभी वीजा आवेदनों पर आगे बढ़ने की प्रक्रिया को रोकने के बाद अमेरिकी वीजा सेवाएं अब लंबित आवेदनों के निस्तारण की कोशिश कर रही हैं.

दोनों विदेश मंत्रियों के बीच यहां करीब एक घंटे तक मुलाकात हुई. मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के ‘फॉगी बॉटम' मुख्यालय में यहां ब्लिंकन के साथ मीडिया से बातचीत के दौरान जयशंकर ने कहा, “प्रतिभा के विकास और आवाजाही को सुगम बनाना भी हमारे पारस्परिक हित में है. हम इस बात पर सहमत हुए कि इस पर आने वाली बाधाओं को दूर किया जाना चाहिए.”

ब्लिंकन ने वीजा आवेदनों में हो रहे विलंब से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा, “हमारे साथ आप भी थोड़ा बर्दाश्त कीजिए. यह अगले कुछ महीनों में सुव्यवस्थित हो जाएगा, हम इस पर बहुत ध्यान दे रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “वीजा के सवाल पर, मैं उसे लेकर बेहद संवेदनशील हूं.”

कुशल विदेशी कामगारों को दिए जाने वाले एच-1बी और अन्य कार्य वीजा प्राप्त करने वालों में भारतीयों का बड़ा हिस्सा है. इनमें से बहुत से प्रौद्योगिकी क्षेत्र से संबंधित होते हैं.

एच-1बी वीजा एक गैर प्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता वाले विशेष कार्यों के लिए विदेशी कर्मियों को तैनात करने की अनुमति देता है.

संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने हालांकि खास तौर पर एच-1बी वीजा का उल्लेख नहीं किया.

उन्होंने कहा, “आवाजाही, विशेष रूप से वीजा, शिक्षा, व्यवसाय, प्रौद्योगिकी और परिवार के पुनर्मिलन के लिए अपनी केंद्रीयता को देखते हुए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है.”

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जयशंकर ने कहा, “कुछ चुनौतियां हैं जिनका उल्लेख मैंने विदेश मंत्री ब्लिंकन और उनकी टीम के समक्ष किया है और मुझे पूरा विश्वास है कि इनमें से कुछ समस्याओं पर वे गंभीरता और सकारात्मकता से विचार करेंगे.”

ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका काफी संख्या में लंबित पड़े मामलों को निस्तारित करने की कोशिश कर रहा है.

उन्होंने कोविड महामारी के कारण बड़े संख्या में वीजा आवेदनों के लंबित होने का उल्लेख किया और कहा कि उनके पास इस समस्या से निपटने के लिये योजना है.

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उन्होंने कहा, “हम बढ़े हुए संसाधनों के साथ दृढ़ निश्चय से वापसी कर रहे हैं. जब भारत की बात आती है तो काफी संख्या में इकट्ठे हो चुके वीजा के निस्तारण के लिये हमारे पास योजना है.”

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