- पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने भारत समर्थक रुख और आलोचनाओं पर सोशल मीडिया पर स्पष्ट जवाब दिया.
- कनेरिया ने पाकिस्तान को जन्मभूमि और भारत को अपने पूर्वजों की धरती तथा मातृभूमि बताया है.
- उन्होंने भारतीय नागरिकता लेने की वर्तमान में कोई योजना नहीं होने की बात कही और आरोपों को पूरी तरह खारिज किया.
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने भारत पर अपनी टिप्पणियों को लेकर हो रही अलोचनाओं का जवाब दिया है. साथ ही भारतीय नागरिकता हासिल करने की कोशिशों को लेकर उन पर लग रहे आरोपों पर भी पहली बार चुप्पी तोड़ी है. कनेरिया ने सोशल मीडिया पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखकर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है. आपको बता दें कि कनेरिया अक्सर ही भारत समर्थक रुख को लेकर भारतीय फैंस में सुर्खियों में रहते हैं.
अब बात करना बेहद जरूरी
कनेरिया ने एक्स पर एक पोस्ट लिखी है. कनेरिया ने इस पोस्ट में भारत के उस नागरिकता कानून का भी जिक्र किया है जो साल 2019 में लाया गया था. साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से उनके साथ करियर के दौरान होने वाले भेदभाव का जिक्र भी किया है. कनेरिया ने लिखा, 'पिछले काफी समय से लोग मुझसे सवाल कर रहे हैं. वो मुझसे पूछ रहे हैं क्यों मैं पाकिस्तान के बारे में बात नहीं करता हूं और क्यों में भारत के आतंरिक मसलों पर टिप्पणी करता हूं. कुछ लोगों ने तो मुझ पर ये आरोप तक लगा दिए हैं मैं ये सबकुछ भारतीय नागरिकता के लिए कर रहा हूं. मुझे लगता है कि मेरे लिए अब इस पर साफ-साफ बात करना बेहद जरूर हो गया है.
'भारत मेरी मातृभूमि'
कनेरिया जो पाकिस्तान के पूर्व लेग-स्पिनर रहे हैं, उन्होंने पाकिस्तान को जो अपनी 'जन्मभूमि' बताया लेकिन भारत को पोस्ट में 'मातृभूमि' करार दिया है. उन्होंने पोस्ट में भारत को अपने 'पूर्वजों की धरती' करार दिया है और कहा है कि यह उनके लिए किसी मंदिर से कम नहीं है. उन्होंने लिखा, 'भारत और इसकी नागरिकता के बारे में मैं आपको स्पष्ट कर देना चाहता हूं. पाकिस्तान भले ही मेरी ही जन्मभूमि हो लेकिन भारत, जो मेरे पूर्वजों की धरती है, मेरी मातृभूमि है. वर्तमान समय में मेरा भारतीय नागरिकता लेने का कोई प्लान नहीं है.'
इसके बाद उन्होंने लिखा, 'अगर भविष्य में मेरे जैसे किसी शख्स को ऐसा करना पड़ा तो उसके लिए सीएए पहले से ही मौजूद है.' इसके साथ ही उन्होंने उन तमाम आरोपों को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि उनके विचार राजनीति से प्रेरित हैं या फिर उनका मकसद भारतीय नागरिकता हासिल करना है. पूर्व क्रिकेटर अक्सर सोशल मीडिया पर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर मुखर रहे हैं.
'प्रभु श्रीराम के आर्शीवाद से...'
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि वह धर्म के लिए खड़े रहेंगे और उन राष्ट्र-विरोधियों और छद्म धर्मनिरपेक्षतावादियों को बेनकाब करेंगे जो हमारे लोकाचार को नुकसान पहुंचा रहे हैं और हमारे समाज को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं. कनेरिया ने लिखा, 'जिन्हें मेरी सुरक्षा के बारे में चिंता है, उन्हें बता दूं कि प्रभु श्रीराम के आर्शीवाद से मैं सुरक्षित हूं और अपने परिवार के साथ खुश हूं. मेरी किस्मत भगवान श्रीराम के हाथ में है.'
कनेरिया एक ऐसे क्रिकेटर हैं जो हिंदू हैं और जिन्हें पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका मिला है. उन्होंने हमेशा ही राष्ट्रीय टीम के साथ अपने कार्यकाल के दौरान अक्सर धार्मिक भेदभाव का आरोप लगाया है. कनेरिया 2000 से 2010 के बीच पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट और 18 एकदिवसीय मैच खेल चुके हैं. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था.