चक्रवात की मार से प्रभावित म्यांमार के रखाइन प्रांत में मंगलवार तक कम से कम 41 लोगों की मौत हो चुकी है. यह जानकारी स्थानीय नेताओं ने समाचार एजेंसी AFP को दी.
रविवार को चक्रवात 'मोका' से हुई तबाही के बाद बू मा गांव के प्रशासक कार्लो ने मौके पर मौजूद AFP रिपोर्टर को बताया, "हम पुष्टि कर सकते हैं कि यहां 17 लोगों की मौत हुई है..." 17 मौतों की यह संख्या खाउंग डोक कार गांव के नेता द्वारा AFP को बताई गई 24 मौतों की संख्या से इतर है.
गौरतलब है कि रविवार को म्यांमार के बंदरगाह शहर सितवे में चक्रवात 'मोका' ने ज़ोरदार तबाही मचाई थी. 'द डेली स्टार' की रिपोर्ट के मुताबिक, चक्रवात के चलते रखाइन प्रांत की राजधानी सितवे के कुछ हिस्सों में बाढ़ भी आ गई थी, और 130 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से चली हवाएं टिन की छतों तक को उड़ा ले गईं.
पिछले 10 साल से भी ज़्यादा समय में बंगाल की खाड़ी से इससे बड़ा तूफान कभी नहीं टकराया था. म्यांमार के सैन्य सूचना कार्यालय के अनुसार, चक्रवात की वजह से सितवे, ग्वा और क्यौकप्यू टाउनशिप में घरों के साथ-साथ बिजली ट्रांसफॉर्मरों, मोबाइल फोन टॉवरों को भी भारी नुकसान पहुंचा था.