भारत समेत दुनिया के अधिकांश देश कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी का कहर झेल रहे हैं. जहां भारत में कोरोना की दूसरी लहर कुछ सुस्त होती दिखाई दे रही है, वहीं अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में एक बार फिर मामलों में तेजी देखने को मिल रही है. कोरोना संकट के इस दौर में वायरस को लेकर तरह-तरह की रिसर्च और स्टडी सामने आ रही है. इस बीच, ब्रिटेन में हुए एक नए अध्ययन में पाया गया है कि अलग-अलग एज ग्रुप (आयुवर्ग) और महिलाओं तथा पुरुषों में कोरोना के शुरुआती लक्षण भिन्न-भिन्न हो सकते हैं.
यह स्टडी 'द लैंसेट डिजिटल हेल्थ' जर्नल में प्रकाशित हुई है. शोधकर्ताओं ने इसमें 19 लक्षणों का अध्ययन किया, जिनमें सबसे आम लक्षण जैसे लगातार खांसी और गंध की कमी के साथ ही पेट में दर्द और पैरों में छाले शामिल हैं.
अध्ययन के निष्कर्षों के मुताबिक, यह देखा गया है कि 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में गंध की कमी कुछ खास नहीं थी और 80 वर्ष के ऊपर वालों में यह बिल्कुल भी नहीं था. हालांकि, इन बुजुर्ग आयु समूहों में डायरिया (दस्त) होने की संभावना अधिक थी.
40 से 59 साल के लोगों में कोरोना का पता लगाने के लिए लगातार खांसी सबसे आम लक्षण था. हालांकि, ऐसे लोगों में 80 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों की तुलना में ठंड लगना या कंपकंपी होना जैसे लक्षण कम देखने को मिले. 60 से 70 साल के लोगों में सीने में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में दिक्कत और गंध की कमी जैसे लक्षण सबसे ज्यादा देखने को मिले.
महिलाओं और पुरुषों में कोरोना के लक्षण की बात करें तो, पुरुषों को सांस लेने में तकलीफ, थकान, ठंड और बुखार होने की सबसे ज्यादा संभावना थी. वहीं, महिलाओं में गंध की कमी, सीने में दर्द और लगातार खासी जैसी समस्याएं ज्यादा देखी गईं.