ग्लासगो में होने वाली महत्वपूर्ण जलवायु शिखरवार्ता से पहले इस आयोजन से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक डायनासोर इंसानों से बात करता दिखाई दे रहा है. दरअसल इस कृत्रिम डायनासोर को लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक करने के लिए तैयार किया गया है. जैसा कि दुनिया जलवायु परिवर्तन के खतरे और इसके भयानक परिणामों का सामना कर रही है. यह डायनासोर अपने विलुप्त होने के अनुभवों को साझा कर रहा है.
इस रचनात्मक वीडियो को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपने "डोंट चूज एक्सटिंक्शन" अभियान के हिस्से के रूप में ट्वीट किया गया है. वीडियों में डायनासोर एंट्री लेता है और मंच पर पहुंचते ही लोगों से सुनने की अपील करता है.
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के ट्वीट में कहा गया है कि IMFNews के अनुसार, दुनिया की सरकारें जीवाश्म ईंधन का समर्थन करने के लिए प्रति मिनट 11 मिलियन अमरीकी डालर खर्च कर रही हैं, जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का कारण बनती हैं.
According to @IMFNews, the world's governments are spending USD 11 million a minute to support fossil fuels which cause heat-trapping greenhouse gas emissions. #DontChooseExtinction, says @UNDP ahead of #COP26. pic.twitter.com/0jK4JBSFEd
— UN Climate Change (@UNFCCC) October 27, 2021
विदेशी राजनयिकों के समूह ने डायनासोर के विलुप्त होने की बात सुनी.
"विलुप्त होना एक बुरी बात है," डायनासोर ने जोर देकर कहा, "और विलुप्त होने की ओर बढ़ना? 70 मिलियन सालों में यह सबसे अजीब बात है जो मैंने सुनी है."
"कम से कम हमारे पास एक क्षुद्रग्रह था. आपका क्या बहाना है," अब विलुप्त जानवर पूछता है.
डायनासोर ने लोगों से पूछा, "दुनिया भर में लोग गरीबी में जी रहे हैं. क्या आपको नहीं लगता कि उनकी मदद करना जरूरी है."
डायनासोर का कहना है कि दुनिया को अभी एक बड़ा अवसर मिला है क्योंकि हर जगह अर्थव्यवस्थाओं का पुनर्निर्माण हो रहा है और लोग महामारी से उबर रहे है. इसने कहा, "विलुप्त होने को मत चुनो! बहुत देर होने से पहले अपनी प्रजातियों को बचाओ. अब समय आ गया है कि आप इंसान बहाने बनाना बंद करें और बदलाव करना शुरू करें.''
यह क्रिएटिव विज्ञापन 31 अक्टूबर से ग्लासगो में होने वाले COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन में विश्व के नेताओं के इकट्ठा होने से कुछ दिन पहले सामने आया है.