अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी विवाद को सुलझाने के लिए प्रत्यक्ष वार्ता का समर्थन करता है.
बहरहाल, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भारत से चीनी और कपास आयात नहीं करने के पाकिस्तानी कैबिनेट के हालिया फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं की. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं इस पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं करना चाहता..."
प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा, "मैं यही कहना चाहता हूं कि हम भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मामलों पर प्रत्यक्ष वार्ता का समर्थन करते हैं..."
पाकिस्तानी सरकार के मंत्रिमंडल ने एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति के भारत से कपास और चीनी आयात करने के प्रस्ताव को 1 अप्रैल को खारिज कर दिया था और विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि रिश्ते तब तक सामान्य नहीं हो सकते, जब तक जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के अपने फैसले को भारत वापस नहीं ले लेता.
यह फैसला पाकिस्तान के नए वित्तमंत्री हम्माद अज़हर द्वारा इससे एक दिन पहले की गई उस घोषणा के बाद आया था, जिसमें उन्होंने उनकी अध्यक्षता में हुई ECC की बैठक के बाद भारत से कपास और चीनी के आयात पर लगे करीब दो साल पुराने प्रतिबंध को वापस लेने की घोषणा की थी.