चीन के राष्ट्रपतिशी जिनपिंग इंडोनेशिया के बाली में 14 से 17 नवंबर तक आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन समेत थाइलैंड के बैंकॉक में 17 से 19 नवंबर तक चलने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) के शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे.
चीन के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी यहां शुक्रवार को देते हुए कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन में शी लगातार तीसरी बार चीन का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पहली बार अपने अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन और विश्व के अन्य नेताओं के साथ आमने-सामने की बातचीत करेंगे.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि शी एपेक के शिखर सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे. पिछले महीने शी को तीसरी बार सत्ताधारी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) का महासचिव चुना गया था और यह चुनाव पांच साल में एक बार आयोजित होने वाली कांग्रेस के दौरान किया जाता है. शी पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद पहले नेता हैं जो 10 साल का कार्यकाल पूरा करने के बावजूद सत्ता में हैं.
हुआ के मुताबिक, जी-20 शिखर सम्मेलन और एपेक नेताओं की बैठक के इतर शी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी साल, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज और अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
उन्होंने कहा कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से पहली बार बाइडन चीन के राष्ट्रपति शी के साथ प्रत्यक्ष बातचीत करेंगे. हालांकि, दोनों नेताओं ने इसके पहले कई बार वर्चुअल शिखर सम्मेलनों में साथ-साथ हिस्सा लिया है.
हुआ ने कहा कि राष्ट्रपति जोको विडोडो के आमंत्रण पर शी इंडोनेशिया की यात्रा कर रहे हैं. इसी तरह वह प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा के आमंत्रण पर थाइलैंड जाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जी-20 शिखर सम्मेलन में मौजूद रहेंगे. यह बैठक भारत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि मौजूदा अध्यक्ष इंडोनेशिया से भारत एक दिसंबर को इस ताकतवर समूह की अध्यक्षता हासिल करेगा. जी-20 दुनिया के बड़े विकासशील और विकसित देशों का एक अंतरसरकारी मंच है.
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