चीन की #MeToo पीड़‍ित को अपना मामला उठाने पर करना पड़ा बदसलूकी का सामना

चीन में महिलाएं यौन उत्पीड़न के बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ कहने पर अक्सर ही इस तरह की समस्याओं का सामना करती हैं.

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प्रतीकात्‍मक फोटो
बीजिंग:

अलीबाबा की एक कर्मचारी ने दावा किया है कि मानव संसाधन (एचआर) अधिकारी और ऊपरी प्रबंधन यौन उत्पीड़न के उनके आरोपों का निस्तारण नहीं करेंगे, इसलिए वह चीनी ई-कॉमर्स कंपनी के मुख्यालय में व्यस्त कैफेटेरिया में गई और जोर-जोर से अपना व्यथा बयां की. अब वह ऑनलाइन छींटाकशी और अलीबाबा के एक उपाध्यक्ष से मानहानि के मुकदमे का सामना कर रही हैं. इस कर्मचारी ने हाल में खुलासा किया कि कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है।

चीन में महिलाएं यौन उत्पीड़न के बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ कहने पर अक्सर ही इस तरह की समस्याओं का सामना करती हैं.सर्वाधिक हाईप्रोफाइल मामला, चीन की पूर्व टेनिस खिलाड़ी पेंग शुई का सार्वजनिक जीवन से ओझल होना है. दरअसल, उन्होंने पूर्व उच्च स्तरीय अधिकारी झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.इस तरह के माहौल में महिला अधिकार कार्यकर्ताओं को डर है कि बहुत कम पीड़िता आवाज उठाने की हिम्मत करेंगी.मीटू कार्यकर्ता झोउ शियोशुआन ने कहा, ‘‘यह गलत करने वालों को मदद करेगा और कार्यस्थल को और बदतर बनाएगा. ''अलीबाबा की पूर्व कर्मचारी ने अपने खुद के अनुभव का हवाला देते हुए डाहे डेली से कहा कि वह अन्य महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित नहीं करेंगी.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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