कनाडा ने खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या के संदिग्धों को किया गिरफ्तार : रिपोर्ट

कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी को लेकर भारत लंबे समय से नाराजगी जताता रहा है. निज्जर को भारत ने "आतंकवादी" करार दिया था.

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ओटावा (कनाडा):

कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन ने शुक्रवार को कहा कि कनाडाई पुलिस ने पिछले साल ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े एक कथित हिट दस्ते के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीसी ने कहा कि सूत्रों ने बताया है कि जांचकर्ताओं ने कुछ महीने पहले कनाडा में संदिग्धों की पहचान की थी और उन्हें कड़ी निगरानी में रखा गया था.

हालांकि रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने इस मामले को लेकर कोई बयान नहीं दिया है.

सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों पर आरोप है कि जिस दिन निज्जर की ब्रिटिश कोलंबिया के सरे स्थित गुरुद्वारे के बाहर हत्या की गई थी उस दौरान इन लोगों ने शूटर, वाहन चालक आदि का काम किया था.

खबर में बताया गया कि पुलिस ने इन लोगों को शुक्रवार को कनाडा के कम से कम दो प्रांतों में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान गिरफ्तार किया.

सूत्रों ने बताया कि कुछ महीने पहले पुलिस ने इन लोगों की पहचान निज्जर की हत्या में शामिल व्यक्तियों के समूह के तौर पर की थी और पुलिस उन पर नजर रख रही थी.

प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर में घोषणा की थी कि कनाडाई अधिकारी भारतीय सरकारी एजेंटों के कनाडाई नागरिक निज्जर की गोलीबारी में हत्या से जुड़े किसी भी संभावित लिंक को लेकर जांच कर रही है. वहीं भारत ने ट्रूडो के दावे को "बेतुका" बताकर खारिज कर दिया था.

कनाडा भारत पर अपनी जांच में सहयोग करने का दबाव बना रहा था. बाद में अमेरिका ने खुलासा किया कि उसने अपनी धरती पर एक सिख अलगाववादी की हत्या के प्रयास को विफल कर दिया था.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा अपने देश में खालिस्तानी तत्वों से संबंधित कुछ टिप्पणियां करने के कुछ दिनों बाद, भारत ने कहा था कि ये टिप्पणियां एक बार फिर कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को मिले राजनीतिक स्थान को दर्शाती हैं.

ट्रूडो ने रविवार को टोरंटो में खालसा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया था जिसमें कुछ खालिस्तान समर्थक लोगों ने हिस्सा लिया था. ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों का जिक्र करते हुए कथित तौर पर कार्यक्रम से इतर मीडिया से कहा कि ‘‘हमारा काम राजनीतिक विरोध को कुचलना नहीं है.''

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ट्रूडो ने पहले भी इस तरह की टिप्पणी की है. उनकी टिप्पणी एक बार फिर कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को दिेये गये राजनीतिक स्थान को दर्शाती है.''

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ट्रूडो की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने कहा था, ‘‘यह न केवल भारत-कनाडा संबंधों को प्रभावित करता है, बल्कि कनाडा में उसके नागरिकों को क्षति पहुंचाने वाली हिंसा के माहौल को भी बढ़ावा देता है.''

कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी को लेकर भारत लंबे समय से नाराजगी जताता रहा है. निज्जर को भारत ने "आतंकवादी" करार दिया था.
 

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