जर्मनी (Germany) के वोक्सवेगन (Volkswagen) ग्रुप की हजारों लक्ज़री गाड़ियां (Luxury Cars) ले जा रहे बड़े मालवाहक जहाज़ फेसिलिटी ऐस (Felicity Ace) में अटलांटिक सागर (Atlantic Sea) में बुधवार को आग लग गई. पनामा के झंडे वाले इस जहाज़ के साथ यह दुर्घटना पुर्तगाल के अजोर द्वीपसमूह (Azores islands) के पास बुधवार दोपहर को हुई. हालांकि जहाज़ के 22 क्रू मेंबर्स को पुर्तगाली नौसेना और वायुसेना ने बचाया. ब्लूमबर्ग के अनुसार वोक्सवैगन के अमेरिकी ऑपरेशन की एक इंटरनल ईमेल के अनुसार इस जहाज़ में 3,965 लग्ज़री गाड़ियां भरी हुईं थीं. जर्मनी के वोल्फस्बर्ग (Wolfsburg) में हेडऑफिस वाला यह कार निर्माता समूह वोक्सवैगन ब्रांड, पोर्श ( Porsches ), ऑडी (Audi) और लैंबॉर्गिनी (Lamborghinis) गाड़ियां भी बनाता है. जब जहाज में आग लगी तो यह सभी गाड़ियां उसमें लदी हुई थीं.
टेक्सास में ह्यूस्टन जाने वाली 100 से अधिक गाड़ियों में GTI, Golf R, and ID.4 जैसे मॉडल्स शामिल थे. यह हादसा उस समय हुआ है जब ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री (Automobile Industry) की कमर पहले ही सप्लाई चेन की परेशानियों से झुकी हुई है और महामारी के कारण मजदूरों और सेमीकंडक्टर चिपों की कमी हो गई है.
पोर्श के एक प्रवक्ता ल्यूक वेंदेजांदे ने कहा कि कंपनी की 1,100 गाड़ियां जहाज़ में उस समय मौजूद थीं जब उसमें आग लगी. उन्होंने कहा कि इस हादसे से जिन ग्राहकों पर असर पड़ेगा उनसे डीलरों के ज़रिए संपर्क किया जाएगा. वेंदेजांदे ने आगे कहा हमें सबसे पहले यह जानकर राहत मिली कि व्यापारी जहाज़ फेसिलिटी ऐस (Felicity Ace) के 22 क्रू मेंबर्स को बचा लिया गया है.
यह पहली बार नहीं है जब मैन्यूफैक्चरर ने समुद्र में अपना सामान खोया है. 2019 में जब ग्रैंदे अमेरिका आग लगकर समुद्र में डूब गया था तब उसमें 2000 से अधिक लक्ज़री गाड़ियां थीं. इस दुर्घटना में डूबी कारों में ऑडी और पोर्शे शामिल थीं.