अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जहां एक तरफ दुनिया के देशों पर ज्यादा से ज्यादा टैरिफ लगाने की बात कर रहे हैं वहीं कई देश उनकी इस नीति का खुले तौर पर विरोध करते भी नजर आ रहे हैं. ब्राजील ने अब ट्रंप की टैरिफ नीति का विरोध करते हुए अमेरिका को चेतावनी दे दी है.
ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज़ इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा कि अगर हमने कुछ गलत नहीं किया है तो हमें झुकने की कोई जरूरत नहीं है. अगर वो (अमेरिका) हम पर टैरिफ लगाते हैं तो हम भी उनपर टैरिफ लगाएंगे.
आपको बता दें कि ब्राजील से पहले कनाडा ने भी टैरिफ को लेकर ट्रंप को जवाब दिया था. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि 1 अगस्त से कनाडा से सभी आयातों पर 35 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा. इस लेटर में उन्होंने अमेरिका के अंदर फेंटेनाइल (ड्रग्स) के प्रवाह को पर्याप्त रूप से रोकने में कनाडा की विफलता बताया. ट्रंप के इस ऐलान के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा था कि अमेरिका के साथ मौजूदा व्यापार वार्ता के दौरान, कनाडाई सरकार ने दृढ़ता से अपने वर्कर्स और व्यवसायों का बचाव किया है. हम ऐसा करना जारी रखेंगे क्योंकि हम 1 अगस्त की नई समय सीमा की दिशा में काम कर रहे हैं.
मार्क कार्नी ने आगे लिखा है, "कनाडा ने उत्तरी अमेरिका में फेंटेनाइल के संकट को रोकने के लिए महत्वपूर्ण प्रगति की है. हम दोनों देशों में जीवन बचाने और कम्यूनिटीज की सुरक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम कनाडा को मजबूत बना रहे हैं. संघीय सरकार, प्रांत और क्षेत्र एक कनाडाई अर्थव्यवस्था के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहे हैं. हम राष्ट्र के हित में प्रमुख नई परियोजनाओं की एक श्रृंखला बनाने के लिए तैयार हैं. हम दुनिया भर में अपनी व्यापारिक साझेदारियों को मजबूत कर रहे हैं."
कनाडाई प्रधान मंत्री मार्क कार्नी को लिखे और अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए शेयर किए गए एक लेटर में, राष्ट्रपति ट्रंप ने धमकी दी है कि अगर कनाडा जवाबी कार्रवाई के साथ जवाब देता है तो टैरिफ और बढ़ सकता है. हालांकि ट्रंप ने बातचीत के लिए दरवाजा भी खुला रखा. उन्होंने लिखा है, "अगर कनाडा फेंटेनाइल के प्रवाह को रोकने के लिए मेरे साथ काम करता है, तो हम शायद इस पत्र में समायोजन (एडजस्ट करने) पर विचार करेंगे." उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच विकसित हो रहे संबंधों के आधार पर टैरिफ को ऊपर या नीचे संशोधित किया जा सकता है.