दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील की जुड़वां बहने मायला और सोफिया एक साथ जेंडर कन्फर्मेशन सर्जरी कराने वाली दुनिया की पहली जुड़वां बन गई हैं. दक्षिण पूर्वी ब्राजील के शहर ब्लूमेनोऊ में रहने वाली 19 साल की दोनों बहनें जन्म से ही सबकुछ एक साथ करती रही हैं, लेकिन अब उन्होंने जेंडर कन्फर्मेशन जैसा बड़ा कदम भी एक साथ उठाया है. दोनों का कहना है कि वो बचपन से ही खुद को 'लड़का महसूस नहीं करती थीं'. दोनों ने इस सर्जरी के लिए सपने देखे थे, जो अब पूरा हो चुका है. डॉक्टरों ने बताया है कि यह दुनिया का यह ऐसा पहला मामला है जब जुड़वां भाई-बहनों ने एक साथ यह सर्जरी कराई हो.
ब्लूमेनाऊ के ट्रांसजेंडर सेंटर ब्राजील क्लिनिक के डॉक्टर होज़े कार्लोस मार्टिन्स ने इन बहनों पर एक दिन के अंतर पर पांच घंटे लंबी चली सर्जरी को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि यह जुड़वां भाई बहनों की जेंडर कन्फर्मेशन सर्जरी किए जाने का यह पहला ज्ञात मामला है. ये बहनें पैदा होते वक्त पुरुष मानी गई थीं, अब वो फीमेल कन्फर्मेशन करा रही हैं.
सर्जरी के एक हफ्ते बाद मायला और सोफिया ने AFP के साथ एक वीडियो-कॉन्फ्रेंस इंटरव्यू किया. मायला अर्जेंटीना में मेडिसिन की स्टूडेंट हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें अपने शरीर से प्यार था, लेकिन उन्हें अपना जेनिटेलिया यानी जननांग पसंद नहीं था. वो हमेशा प्रार्थना करती थीं कि भगवान उन्हें लड़की बना दें.
यौन शोषण और बुलिंग का हुईं शिकार
सोफिया और मायला ने बताया कि दोनों ने बचपन से ही यौन शोषण और बुलिंग का सामना किया है और इस पूरे मुश्किल के दौर में दोनों ने एक-दूसरे का साथ दिया और हमेशा एक दूसरे को संभाले रखा. दोनों को हमेशा उनकी मां और परिवार के दूसरे सदस्यों से भी सपोर्ट मिला है. उनके दादा जी ने अपनी 100,000 रियास यानी लगभग 20,000 डॉलर की एक प्रॉपर्टी नीलाम कर उनके सर्जरी का खर्च उठाया है.
साओ पाउलो में सिविल इंजीनियरिंग कर रही सोफिया ने ब्राजील को 'दुनिया का सबसे बड़ा ट्रांसफोबिक यानी ट्रांसजेंडरों के प्रति दुराग्रह रखने वाला देश' बताया. National Association of Transvestites and Transsexuals (Antra) के मुताबिक, पिछले साल ब्राजील में 175 ट्रांसजेंडरों की हत्या कर दी गई थी, जो किसी भी देश से सबसे ज्यादा है.