अफगानिस्तान (Afghanistan) के उत्तरी इलाके में मौजूद मजार-ए-शरीफ (Mazar-e-Sharif) की एक शिया मस्जिद में गुरुवार को धमाका (Blast) हुआ. एक स्थानीय तालिबान (Taliban) कमांडर ने बताया कि इस धमाके में कम से कम 20 लोग मारे गए या घायल हुए हैं. मजार-ए-शरीफ के तालिबान कमांडर मोहम्मद आसिफ वजीरी ने रॉयटर्स को बताया कि डिस्ट्रिक्ट नंबर दो में शिया मस्जिद में एक धमाका हुआ और 20 से अधिक लोग मारे गए या घायल हुए हैं.
प्रांतीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के प्रवक्ता जिया जेंदानी ने कहा कि करीब पांच लोग मारे गए हैं और 50 से अधिक घायल हुए हैं. यह धमाका उस धमाके के दो दिन बाद हुआ है जिसने पश्चिमी काबुल के शिया हजारा इलाके के हाई स्कूल के चिथड़े उड़ा दिए थे.
शिया समुदाय अफगानिस्तान में एक धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय है जिसे लगातार सुन्नी चरमपंथी समूह निशाना बनाते हैं जिनमें इस्लामिक स्टेट भी शामिल है.
मजार-ए-शरीफ के एक निवासी ने कहा कि वो पास ही इलाके में अपनी बहन के साथ शॉपिंग कर रही थी जब उसने धमाका सुना और मस्जिद से पास से धुंआ उठता देखा.
उसने बताया, " धमाके की आवाज से दुकानों के शीशे टूट गए थे और बाजार में भगदड़ मच गई."
अफगानिस्तान के तालिबान सत्ताधारियों का कहना है कि उन्होंने देश को सुरक्षित बना दिया है लेकिन अंतरराष्ट्रीय अधिकारी और विश्लेषक यहां चरमपंथी घटनाएं बढ़ने का खतरा देखते हैं. साथ ही इस्लामिक स्टेट ने कई हमलों की जिम्मेदारी ली है.