पाकिस्तान (Pakistan) के मौजूदा आर्थिक संकट के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को जिम्मेदार ठहराते हुए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी (Bilawal Bhutto) ने लोगों से आग्रह किया है कि आर्थिक और चुनावी सुधारों के लिए मौजूदा शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार को कुछ समय दें. बिलावल ने अपनी मां बेनजीर भुट्टो की 69वीं जयंती पर मंगलवार को लरकाना में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री खान की 'चुनी हुई सरकार' को हटाना जरूरी था क्योंकि वह पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई थी.
उन्होंने कहा, ‘‘ चुनी हुई सरकार को हटाए जाने जाने से पाकिस्तान बच गया.'' उल्लेखनीय है कि खान को इस साल अप्रैल में संसद में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से हटा दिया गया था. पद से हटाए जाने के बाद से, खान नए सिरे से चुनाव की लगातार मांग करते रहे हैं. विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘इस सरकार को आर्थिक और चुनावी सुधारों के लिए कुछ समय दें. हम उम्मीद करते हैं कि तब पिछली सरकार द्वारा पैदा की गई मुसीबतों से बाहर आ जाएंगे.''
उन्होंने दावा किया कि खान ने ‘‘आईएमएफ के साथ गलत समझौता किया'' और पेट्रोलियम सब्सिडी देने के नाम पर देश के साथ खतरनाक खेल खेला जिससे पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गया. मंत्री ने उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान को पेरिस स्थित वैश्विक धनशोधन एवं आतंकी वित्तपोषण निगरानी संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की अक्टूबर में होने वाली पूर्ण बैठक के दौरान ‘‘संदिग्ध सूची'' से हटा दिया जाएगा.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल ने लोकतंत्र की बहाली के लिए अपनी मां बेनजीर के संघर्षों को याद किया. बेनजीर इस्लामी दुनिया में पहली महिला निर्वाचित प्रधानमंत्री थीं. बिलावल ने कहा, “वह मुल्क की आवाज थीं. उन्होंने युवाओं और महिलाओं के लिए संघर्ष किया. उनकी विरासत अमर है.''बेनजीर की 2007 में रावलपिंडी में एक चुनावी रैली के दौरान हत्या कर दी गई थी.