पूर्वोत्तर पर बांग्लादेश के यूनुस की फिर नापाक नजर...पाकिस्‍तानी जनरल को गिफ्ट में सौंपा विवादित नक्शा

बांग्लादेश के अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पाक जनरल को एक विवादित किताब दी, जिसकी कवर पर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • यूनुस ने पाकिस्तान के जनरल को भारत के पूर्वोत्तर को बांग्लादेश का हिस्सा दिखाने वाली विवादित किताब भेंट की
  • यह नक्शा इस्लामिक चरमपंथी समूहों की “ग्रेटर बांग्लादेश” अवधारणा से मेल खाता है
  • यूनुस ने अप्रैल 2025 में चीन यात्रा के दौरान भी विवादित बयान दिया था
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

बांग्लादेश के अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस लगतार अपने भारत विरोधी कदमों के लिए चर्चा में रहे हैं.  इस ढाका में पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी जनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा की यात्रा के दौरान एक विवादित दृश्य सामने आया है.  बांग्लादेश के अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने मिर्ज़ा को एक किताब ‘Art of Triumph' भेंट की, जिसकी कवर पर दिखाए गए नक्शे में भारत के सातों पूर्वोत्तर राज्य असम से लेकर अरुणाचल तक को बांग्लादेश का हिस्सा दर्शाया गया है. 

पाकिस्तान के करीब आना चाहता है बांग्लादेश

यह नक्शा कथित तौर पर उन इस्लामिक चरमपंथी समूहों की मांगों से मेल खाता है जो “ग्रेटर बांग्लादेश” की अवधारणा को बढ़ावा देते रहे हैं. इस विवाद ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. घटना तब हुई जब पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रिश्ते धीरे-धीरे गर्माहट पकड़ रहे हैं. दोनों देशों के रिश्ते 1971 के मुक्ति संग्राम के बाद से ही तनावपूर्ण रहे हैं. यूनुस ने अगस्त 2024 में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद अंतरिम सत्ता संभाली थी, जिसके बाद से ढाका ने पाकिस्तान और चीन दोनों के साथ संबंध सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं. 

चीन में भी दिया था विवादित बयान

यह पहली बार नहीं जब यूनुस ने भारत के पूर्वोत्तर का ज़िक्र किया हो. अप्रैल 2025 में अपनी चीन यात्रा के दौरान उन्होंने कहा था कि “भारत के सात पूर्वोत्तर राज्य भूमि से घिरे हुए हैं और बांग्लादेश ही उनका समुद्री द्वार है.” उन्होंने यह भी कहा था कि “यह चीन की अर्थव्यवस्था के विस्तार का अवसर बन सकता है.” उनके इन बयानों से नई दिल्ली पहले ही नाराज़ थी, क्योंकि भारत और बांग्लादेश के बीच पिछले एक दशक में नॉर्थ ईस्ट कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स को लेकर गहरे सहयोग बने थे.

भारत ने जताई थी कड़ी आपत्ति

यूनुस की टिप्पणी के बाद भारत ने बांग्लादेशी ट्रांजिट समझौता रद्द कर दिया था, जिसके तहत बांग्लादेशी माल भारत के रास्ते नेपाल, भूटान और म्यांमार तक भेजा जाता था. स्थिति तब और बिगड़ गई जब यूनुस के करीबी पूर्व अधिकारी मेजर जनरल (रि.) फज़लुर रहमान ने मई 2025 में सुझाव दिया कि “अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करे तो बांग्लादेश को चीन के साथ मिलकर भारत के पूर्वोत्तर पर कब्ज़ा कर लेना चाहिए. इसके अलावा यूनुस के एक अन्य सहयोगी नाहिदुल इस्लाम ने “ग्रेटर बांग्लादेश” का नक्शा साझा किया था, जिसमें पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम के हिस्से बांग्लादेश में दिखाए गए थे.

राजनयिक विशेषज्ञों का मानना है कि यूनुस बार-बार भारत के पूर्वोत्तर का मुद्दा उठाकर एक रणनीतिक दबाव की राजनीति खेल रहे हैं ताकि पाकिस्तान और चीन के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर सकें और घरेलू राजनीति में राष्ट्रवादी समर्थन जुटा सकें. 

Featured Video Of The Day
Bihar Politics: वक्फ और SIR पर घमासान | बिहार में सियासी पारा हाई | Bihar Elections | NDTV India
Topics mentioned in this article