बांग्लादेश सरकार को 24 घंटों का मिला अल्टीमेटम, फिर बढ़ सकती है हिंसा

दी, ढाका-8 सीट से उम्मीदवार थे. 12 दिसंबर को ढाका के पलटन इलाके में कुछ अज्ञात हमलावरों की गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. गुरुवार रात सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया.

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  • इंकलाब मंच के युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद उनके जनाजे में हजारों समर्थक और राजनीतिक नेता शामिल हुए
  • हादी के जनाजे की नमाज संसद भवन परिसर में आयोजित की गई जिसमें सेना प्रमुख और यूनुस भी मौजूद थे
  • इंकलाब मंच ने सरकार को हादी के हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है
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इंकलाब मंच के युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद से बवाल मचा हुआ है. शनिवार को हादी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. उसके जनाजे में हजारों समर्थक शामिल हुए. अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनूस अपनी सलाहकार परिषद के सदस्यों और सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमां के साथ माणिक मिया एवेन्यू में स्थित संसद भवन परिसर में आयोजित हादी के जनाजे की नमाज में शामिल हुए. यूनूस ने जनाजे की नमाज से पहले संक्षिप्त बयान दिया. पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी), जमात-ए-इस्लामी और छात्रों के नेतृत्व वाली नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के नेताओं ने भी जनाजे की नमाज अदा की. इसके बाद इंकलाब मंच ने हत्यारों को पकड़ने का अल्टीमेटम सरकार को दे दिया.

क्या दी है चेतावनी

इंकलाब मंच ने सरकार को हादी के हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. यह अल्टीमेटम शनिवार दोपहर को ढाका के शाहबाग चौराहे पर हजारों लोगों के इकट्ठा होने के बाद दिया गया. इंकलाब मंच के प्रवक्ता और जुलाई के जन आंदोलन के मुख्य नेताओं में से एक शरीफ उस्मान हादी की जनाजे की नमाज के बाद चेतावनी दी.

शनिवार दोपहर को उस्मान हादी को दफनाने के बाद, संगठन के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर शाहबाग चौराहे पर पहुंचे और कहा कि अगर रविवार शाम 5:15 बजे तक शरीफ उस्मान हादी के हत्यारों की गिरफ्तारी के बारे में सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आता है, तो वे शाहबाग में फिर से धरना देंगे.

साथ में ये भी मांग की

उस समय, वहां मौजूद लोगों ने कई नारे लगाए, जिनमें "इंकलाब, इंकलाब—जिंदाबाद जिंदाबाद. इसके साथ ही भीड़ में मौजूद कई लोगों ने राजनीतिक नारे लगाए, जिनमें "दिल्ली या ढाका - ढाका, ढाका" और "भाई हादी का खून व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा" जैसे नारे शामिल थे." उन्होंने यह भी मांग की कि शाहबाग चौराहे का नाम हादी के नाम पर रखा जाए.

ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, सुपुर्द ए खाक करने से पहले हादी के जनाजे की नमाज दोपहर 2:30 बजे नेशनल पार्लियामेंट बिल्डिंग के साउथ प्लाजा में अदा की गई. जनाजे की नमाज के बाद, ढाका यूनिवर्सिटी सेंट्रल मस्जिद के पास राष्ट्रकवि काजी नजरुल इस्लाम की कब्र के बगल में दफनाया गया.  

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कैसे हुई हादी की मौत

आगामी चुनाव में हादी, ढाका-8 सीट से उम्मीदवार थे. 12 दिसंबर को ढाका के पलटन इलाके में कुछ अज्ञात हमलावरों की गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद युवा नेता का इलाज ढाका मेडिकल कॉलेज और एवरकेयर अस्पताल में हुआ. जब हालत बिगड़ी, तो सोमवार को बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया. गुरुवार रात सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया. हादी का शव शुक्रवार को बांग्लादेश लाया गया था. इसके बाद से ही वहां के हालात काफी खराब हैं.

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