- बांग्लादेश में भारत विरोधी तत्व शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद मजबूती से उभरकर सक्रिय हो गए हैं
- इंकलाब मंच ने शेख हसीना की वापसी और उस्मान हादी की हत्या को लेकर चार प्रमुख मांगें रखी हैं
- सभी भारतीयों के वर्क परमिट रद्द करने और भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में केस दर्ज करने की मांग की है
बांग्लादेश में भारत विरोधी तत्व लगातार मजबूत होते जा रहे हैं और ये अपनी आतंरिक अशांति को रोक पाने की अक्षमता का दोष भारत पर ही मढ़ रहे हैं. जब से बांग्लादेश शेख हसीना सरकार का तख्तापलट हुआ है, ये तत्व वहां हावी हुए हैं और मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने भी इन्हें खुली छूट दी है. अब इसी कड़ी में जिस इंकलाब मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी की हाल ही में हत्या हुई थी, उसने भारत विरोधी बयान दिया है, भारत विरोधी मांग रखी है.
बांग्लादेश अखबार प्रोथोम अलो के अनुसार, इंकलाब मंच ने शेख हसीना की वापसी और उस्मान हादी की मौत को लेकर अपनी चार सूत्री मांग रखी है. इंकलाब मंच ने मांग की है कि अगर भारत शेख हसीना को नहीं सौंपता है तो उसे इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में ले जाया जाए. साथ ही उसने मांग की है कि बांग्लादेश में काम करने वाले सभी भारतीयों का वर्क परमिट रद्द किया जाए.
इंकबाल मंच की 4 मांगें
प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के अनुसार, इंकलाब मंच ने यह 4 मांगे रखी हैं:
- जिसने भी हादी की हत्या की, हत्या की योजना बनाई, या उसकी सहायता की, उसे अगले 24 दिनों के भीतर गिरफ्तार किया जाना चाहिए और न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.
- बांग्लादेश की स्वतंत्रता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए बांग्लादेश में काम करने वाले भारतीयों के वर्क परमिट को रद्द किया जाना चाहिए.
- अगर हसीना को भारत प्रत्यर्पित नहीं करता है, उसे बांग्लादेश को नहीं सौंपता है तो भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस) में मामला दायर करना चाहिए.
- बांग्लादेश की सभी खुफिया एजेंसियां और पुलिस एजेंसियां हादी की हत्या के बारे में अलग-अलग बयान दे रही हैं, लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही हैं. सरकार से अनुरोध करते हैं कि उनकी पहचान की जाए, उन्हें बर्खास्त किया जाए और उन्हें न्याय के दायरे में लाया जाए. साथ ही, नागरिक, सैन्य और खुफिया क्षेत्र में अवामी लीग के दोस्तों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.
प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के अनुसार इंकलाब मंच के सदस्य सचिव ने कहा, "इन चार मांगों में हमारी मुख्य मांग शहीद उस्मान हादी के हत्यारों को अगले 24 वर्किंग डे के भीतर गिरफ्तार कर मुकदमा पूरा करना है. बाकी तीन मांगों को भी इस अंतरिम सरकार के दौरान पूरा किया जाना चाहिए."













