कोविड-19 को 'रोकने' में काफी हद तक सफलता हासिल करने वाले ऑस्ट्रेलिया और इजरायल ने शु्क्रवार को कोराना प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया है. दोनों देशों के साथ अफ्रीका में भी डेल्टा वेरिएंट के मामले बढ़ने के साथ तीसरी लहर की आशंका के चलते ऐसा किया गया है. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में लागू लॉकडाउन, यहां के लिए लोगों के लिए बड़े झटके की तरह है जो पिछले कुछ माह से कम केस रिकॉर्ड होने के साथ सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा था. दूसरी ओर इजरायल ने भी इनडोर में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. दो सप्ताह पहले ही मास्क पहनने से आजादी दी गई थी.
एक अन्य देश फीजी, जिसने कोरोना वायरस के खिलाफ शुरुआती सफलता हासिल की थी, के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी स्वीकार किया है कि पहली बार समुदाय में कोरोना संक्रमण का प्रसार हुआ है. हालांकि वैक्सीनेशन अभियान ने कोरोना संक्रमण के मामलों में कई देशों (ज्यादातर धनी देश) में कमी लाने में मदद की है लेकिन पहली बार भारत में पाया गया डेल्टा वेरिएंट अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है. माना जा रहा है कि यह वेरिएंट, वायरस की नई लहर का कारण बन सकता है जो पहले ही 39 लाख लोगों की जान ले चुका है.
अपने देश की सीमाओं को बंद करके कोरोना को रोकने में सफलता हासिल करने वाले ऑस्ट्रेलिया के कुछ इलाकों के करीब 10 लाख लोगों को कम से कम एक सप्ताह तक घर में रहने का आदेश दिया गया है. न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर ने कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से इसे 'भयभीत करने वाला समय' करार दिया है. यह उस शहर के लिए नाटकीयता भरी स्थिति है जो कई माह के बाद, काफी कम केस दर्ज होने के चलते सामान्य स्थिति की ओर लौट रहा था.