पाकिस्तान में एक और हाई प्रोफाइल किलिंग, क्वेटा में मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई की गोली मारकर हत्या

पाकिस्तान में जमीयत के नेता मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. क्वेटा के एयरपोर्ट रोड पर हमलावरों ने उनपर फायरिंग कर दी. इस हमले में वह बुरी तरह से घायल हो गए. उन्हें तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया. जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
क्वेटा में अज्ञात हमलावरों ने मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई पर किया हमला.
क्वेटा:

पाकिस्तान में एक और हाई प्रोफाइल किलिंग हुई है. जानकारी के अनुसार क्वेटा में अज्ञात हमलावरों ने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI) के एक वरिष्ठ नेता मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई की हत्या कर दी है. नूरजई को क्वेटा एयरपोर्ट के पास गोली मारी गई है. ये हमला अज्ञात हमलावरों ने किया है. इस हमले में वो बुरी तरह से घायल हो गए. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल ले जाया गया है. लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया. बता दें बता दें पिछले तीन वर्षों में पाकिस्तान और पीओके में अज्ञात बंदूकधारियों ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के एक दर्जन से अधिक आतंकवादियों की हत्या की है.

कल हाफिज सईद के करीबी की हुई थी हत्या   

जम्मू-कश्मीर में कई घातक आतंकी हमलों के लिए वांछित लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष कमांडर की जिया-उर-रहमान उर्फ नदीम उर्फ अबू कतल उर्फ कतल सिंधी की शनिवार शाम पंजाब प्रांत के झेलम इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रहमान को लश्कर संस्थापक हाफिज सईद का भरोसेमंद सहयोगी माना जाता था. वह जम्मू-कश्मीर के पूंछ-राजौरी क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था. अधिकारियों के मुताबिक, रहमान ने वर्ष 2000 की शुरुआत में जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ की थी और 2005 में वापस पाकिस्तान चला गया था. उसके पास पूंछ और राजौरी में आतंकवादियों के सहयोगियों का मजबूत नेटवर्क था.

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की जांच में कई आतंकवादी वारदातों में रहमान की संलिप्तता की बात सामने आई थी. केंद्रीय एजेंसी ने 2023 में राजौरी के डांगरी गांव में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए हमले से जुड़े मामले में उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप पत्र दाखिल किया था.

डांगरी गांव में आतंकियों ने एक जनवरी 2023 को अंधाधुंध गोलीबारी कर पांच लोगों की हत्या कर दी थी. हमलावरों ने घटनास्थल पर एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) भी छोड़ा था, जिसकी चपेट में आकर अगले दिन दो और लोगों की जान चली गई थी, जबकि 14 अन्य घायल हुए थे.

रहमान को नौ जून 2024 को दर्शन के लिए शिव खोड़ी मंदिर जा रहे श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले का मास्टरमाइंड भी बताया जाता था. इस हमले में नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 41 अन्य घायल हुए थे.

Featured Video Of The Day
100 Years of RSS: 'देश अपना है, उसकी जय-जयकार हो' - RSS के शताब्दी वर्ष पर बोले मोहन भागवत