भारत-कनाडा विवाद के बीच अमेरिका का बयान-"दोनों देश हमारे महत्वपूर्ण भागीदार" 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत के "संभावित संबंधों" के बारे में कनाडा द्वारा लगाए गए आरोप "राजनीति से प्रेरित" हैं.

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मेरिका भारत और कनाडा दोनों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखना चाहता है. (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:

भारत-कनाडा तनाव के बीच अमेरिकी विदेश विभाग की हिंदुस्तानी प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड ने बृहस्पतिवार को इस बात पर जोर दिया कि भारत और कनाडा दोनों अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण हैं. मैकलियोड ने आगे कहा, "कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोप बेहद चिंताजनक हैं. हम अपने कनाडाई सहयोगियों के साथ संपर्क में हैं. हम भारत सरकार से इस जांच में सहयोग करने का आग्रह करते हैं."

मार्गरेट मैकलियोड ने कहा, "अमेरिका और कनाडा का अपना रिश्ता है और अमेरिका और भारत का अपना रिश्ता है. दोनों हमारे लिए महत्वपूर्ण भागीदार हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए." इससे पहले आज, व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कनाडा द्वारा सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार पर आरोप लगाने के बाद अमेरिका के कनाडा को फटकार लगाने की रिपोर्टों को खारिज कर दिया. एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि वे कनाडा के साथ "समन्वय और परामर्श" कर रहे हैं और भारत सरकार के साथ भी "बातचीत" कर रहे हैं.

एड्रिएन वॉटसन ने अमेरिकी मीडिया में आई उन रिपोर्टों के जवाब में यह बयान दिया कि वाशिंगटन ने भारत में वांछित खालिस्तानी नेता निज्जर की हत्या में नई दिल्ली की संलिप्तता के बारे में कनाडा के आरोप से खुद को अलग कर लिया है. रिपोर्ट में बाइडेन प्रशासन के सामने आने वाली राजनयिक चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया. बताया गया कि अमेरिका भारत और कनाडा दोनों के साथ मजबूत संबंध बनाए रखना चाहता है.

इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि निज्जर की हत्या के मामले में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार के खिलाफ "गंभीर आरोप" लगाए हैं. अमेरिका इस मामले को "पारदर्शी" तरीके से हल करना चाहता है.

अमेरिकी टेलीविजन समाचार चैनल सीबीएस न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में किर्बी ने भारत से जांच में सहयोग करने का आग्रह किया. किर्बी ने साक्षात्कार में कहा, "ये आरोप गंभीर हैं और हम जानते हैं कि कनाडाई सरकार जांच कर रही है और हम निश्चित रूप से उस जांच से आगे नहीं बोलना चाहते. हम भारत से भी उस जांच में सहयोग करने का आग्रह करते हैं."

इसके अलावा, बृहस्पतिवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत के "संभावित संबंधों" के बारे में कनाडा द्वारा लगाए गए आरोप "राजनीति से प्रेरित" हैं. बागची ने कहा, "हां, मुझे लगता है कि यहां कुछ हद तक पूर्वाग्रह है. उन्होंने आरोप लगाए हैं और कार्रवाई की है. हमें ऐसा लगता है कि कनाडा सरकार के ये आरोप मुख्य रूप से राजनीति से प्रेरित हैं." प्रधानमंत्री ट्रूडो द्वारा सोमवार को आरोप लगाए जाने के बाद कि हरदीप निज्जर की शूटिंग के पीछे "भारतीय एजेंट" थे, भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तेजी से गिरावट आई है.

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खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख निज्जर जून 2018 में कनाडा के सरे में ब्रिटिश कोलंबिया में एक लक्षित गोलीबारी में मारा गया था. हालांकि, भारत ने ट्रूडो प्रशासन के आरोपों को "बेतुका" और "प्रेरित" बताते हुए खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा, "हमने उनकी संसद में कनाडाई प्रधानमंत्री के बयान को देखा है और उनके विदेश मंत्री के बयान को भी खारिज कर दिया है."

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