हैती में एक गिरोह सरगना का इंटरव्यू लेने की कोशिश में फेमस अमेरिकी यूट्यूबर का अपहरण

राउटलेज ने यूट्यूबर मालौफ़ (US YouTuber Kidnapped) की रिहाई सुनिश्चित करने में नाकाम रहने के लिए अमेरिकी सरकार और विदेश विभाग की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि यूट्यूबर की मदद में बहुत लापरवाही बरती जा रही है.

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हैती में अमेरिका के यूट्यूबर का अपहरण.
नई दिल्ली:

हैती में एक गिरोह लीडर का इंटरव्यू लेने की कोशिश में अमेरिका के एक फेमस यूट्यूबर का अपहरण (US Youtuber Kidnapped In Haith) कर लिया गया. अमेरिकी यूट्यूबर एडिसन पियरे मालौफ, योर फेलो अरब और अरब के नाम से मशहूर हैं. खुद को हैती का शासक बताने वाले एक गिरोह ने उनका कथित तौर पर उनका अपहरण कर लिया और बदले में बड़ी रकम मांग रहे हैं. न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, जॉर्जिया के रहने वाले यूट्यूबर ने हैती के सबसे कुख्यात गिरोह के सरगना, जिमी "बारबेक्यू" चेरिज़ियर का इंटरव्यू लेने के लिए हिंसाग्रस्त देश पहुंचे थे. 14 मार्च को अमेरिकी यूट्यूबर के हैती पहुंचने के ठीक 24 घंटे बाद उनको एक सहयोगी के साथ 400 मावोज़ो गिरोह के सदस्यों ने पकड़ लिया.

यूट्यूबर को छोड़ने के बदले मांगी बड़ी रकम

द पोस्ट के मुताबिक, अमेरिकी YouTuber को 600,000 डॉलर की फिरौती के लिए किडनैप किया गया है. उनको छुड़वाने के बदले 40,000 डॉलर पहले ही दिए जा चुके हैं, लेकिन किडनैपर्स मालौफ की सुरक्षित रिहाई के लिए बड़ी रकम की मांग कर रहे हैं. बता दें कि किडनैप किए गए यूट्यूबर मालौफ़ के YouTube पर 1.4 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. वह उन खतरनाक जगहों की खोज के लिए फेमस हैं, जहां आमतौर पर कोई नहीं जाता है. 

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अमेरिकी यूट्यूबर के लापता होने की खबर जैसे ही ऑनलाइन फैली, फैलो स्ट्रीमर लेलेम ने पुष्टि की कि उसके दोस्त को बंधक बना लिया गया है. लालेम ने एक्स पर पोस्ट किया, "दो हफ्ते तक इसे खुद तक रखने की कोशिश की, लेकिन अब यह खबर हर जगह फैल रही है." उन्होंने कहा, "हां अरब का हैती में अपहरण कर लिया गया है और हम उसे बाहर छुड़वाने की कोशिश कर रहे हैं. "

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फैलो स्ट्रीमर का हैती पहुंचने का वीडियो

लालेम ने एक अलग पोस्ट में, यूट्यूबर मालौफ की तरफ से ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक आखिरी वीडियो को भी शेयर किया. क्लिप में यूट्यूबर हैती के एक होटल में दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में, उन्होंने कहा कि वह और उनके दल का इरादा राजधानी शहर पोर्ट-औ-प्रिंस जाने का था, लेकिन उन्हें सुबह होने तक इंतजार करना पड़ा, ताकि वे सूरज की रोशनी में पहुंच सकें. उन्होंने यह भी कहा कि पोर्ट-औ-प्रिंस "पूरी तरह से गिरोहों द्वारा चलाया जाता है" और भले ही उन्होंने रास्ता सुरक्षित कर लिया था, "किसी भी चीज़ को खराब करने के लिए बस  गिरोह के सदस्य के पास एके-47 होना ही काफी है."

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अमेरिकी यूट्यूबर मालौफ़ ने 10 मार्च को यह भी पोस्ट किया कि "वह उन यात्राओं में से एक और यात्रा पर जा रहे हैं" उन्होंने एक्स पर लिखा, "अगर मैं मर गया, तो मैंने जो दिखाया है उसे देखने के लिए धन्यवाद. अगर मैं जीवित रहा, तो ईश्वर की जय." शुक्रवार तक, एक अन्य YouTuber, माइल्स "लॉर्ड माइल्स" रूटलेज ने दावा किया कि उसने किडनैप किए गए स्ट्रीमर से बात की थी. एक्स पर एक पोस्ट की सीरीज में राउटलेज ने कहा कि मालौफ शॉन रूबेंस जीन सैक्रा नाम के एक फिक्सर के साथ यात्रा कर रहे थे, उनका भी अपहरण कर लिया गया. उन्होंने कहा, "अरब को राजधानी के पूर्वी बाहरी इलाके पोर्ट-औ-प्रिंस में एक पिंजरे में रखा गया है."

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यूट्यूबर की रिहाई न होने पर अमेरिकी सरकार की आलोचना

उन्होंने आगे लिखा, "अरब ने कहा है कि कठिनाइयों के बावजूद, वह एक बेहतरीन वीडियो लेकर आएगा. उनको जल्द ही बाहर आ जाना चाहिए. शॉन को वहां से जाने देने की पेशकश की गई थी, लेकिन वह अच्छा व्यक्ति है ऐसा नहीं करना चाहता. वह अरब को वहां उस हाल पर छोड़ना नहीं चाहता, इसीलिए उसने वहीं रहने का फैसला किया है."

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 राउटलेज ने यूट्यूबर मालौफ़ की रिहाई सुनिश्चित करने में नाकाम रहने के लिए अमेरिकी सरकार और विदेश विभाग की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि यूट्यूबर की मदद में बहुत लापरवाही बरती जा रही है, जब कि अरब एक अमेरिकी नागरिक है. इस बीच, द पोस्ट को दिए एक बयान में, विदेश विभाग ने पुष्टि की कि उनको "हैती में एक अमेरिकी नागरिक के अपहरण की रिपोर्टों की जानकारी है, लेकिन वह कोई विवरण नहीं देंगे. एक प्रवक्ता ने कहा, "अमेरिकी विदेश विभाग और विदेशों में हमारे दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों की विदेशों में अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता है. वह अमेरिकी नागरिकों से फिर से हैती न जाने की अपील करते हैं. 

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