व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने इंडोनेशिया में हाल ही में समाप्त हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के बाली घोषणापत्र में सहमति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. व्हाइट हाउस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यह कहने के लिए सराहना की कि आज का युग युद्ध का नहीं है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने अपने दैनिक समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "शिखर सम्मेलन की घोषणा पर सहमति बनाने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका रही. प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि आज का युग युद्ध का नहीं है."
काराइन जीन-पियरे ने कहा, "अन्य प्राथमिकताओं के अलावा, हमारे पास एक लचीली वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए वर्तमान खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा चुनौतियों को दूर करने की ओर बढ़ने का रास्ता है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन गुरुवार को बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होकर इंडोनेशिया से लौट आए हैं. भारत ने दिसंबर में जी-20 की अध्यक्षता संभाल ली है. सभी सदस्यों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का कहना है कि यह जी-20 समूह के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा."
प्रेस सचिव ने कहा कि बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए प्रधानमंत्री मोदी के अन्य देशों के साथ संबंध महत्वपूर्ण था और हम अगले साल भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 सम्मेलन का समर्थन करते हैं. हम अगली बैठक का इंतजार कर रहे हैं. बइडेन ने प्रधानमंत्री मोदी और इंडोनेसिया के राष्ट्रपति से जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर भी बात की.
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