- अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने पाकिस्तान को शांति न चाहने की स्थिति में दूसरे विकल्पों की चेतावनी दी.
- सीमा पर हुई झड़पों में अफगान सेना ने सैन्य उद्देश्यों को हासिल किया और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है.
- मुत्ताकी ने कहा कि अफगानिस्तान का पाक के नागरिकों से कोई विवाद नहीं है, बल्कि तनाव पैदा करने वाले तत्व हैं.
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने रविवार को पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर वह शांति नहीं चाहता है तो काबुल के पास दूसरे विकल्प भी मौजूद हैं. मुत्ताकी ने यह चेतावनी रविवार को उस समय दी जब वह भारत की मीडिया से मुखातिब हो रहे थे. उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों की सीमा पर झड़पों में 50 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और पाकिस्तान ने 19 अफगान सीमा चौकियां अपने कब्जे में ले ली हैं.
पाकिस्तान के नागरिकों से विवाद नहीं
मुत्ताकी ने कहा कि अफगानिस्तान का पाकिस्तान के नागरिकों से कोई विवाद नहीं है, बल्कि पाकिस्तान के कुछ तत्व तनाव पैदा कर रहे हैं.' उन्होंने जोर देकर कहा कि अफगान फौज ने पिछले रात की कार्रवाई में अपने सैन्य उद्देश्यों को हासिल किया. उन्होंने कहा, 'अफगानिस्तान अपनी सीमाओं और राष्ट्रीय हित की रक्षा करेगा. पाकिस्तान की ओर से हर हमले के जवाब में हमने तुरंत कार्रवाई की. हमारी मित्र देशों, कतर और सऊदी अरब ने इस संघर्ष को खत्म करने की अपील की, इसलिए फिलहाल हमने इसे विराम दिया है. स्थिति अब नियंत्रण में है. हमारा उद्देश्य केवल अच्छे संबंध और शांति है.'
टीटीपी की मौजूदगी से इनकार
मुत्ताकी ने अफगानिस्तान की एकता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'जब कोई हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है तो सभी नागरिक, सरकारी अधिकारी, उलमाओं और धार्मिक नेता देश के हित में एक साथ खड़े होते हैं. अफगानिस्तान पिछले 40 सालों से संघर्ष का सामना कर रहा है. अब देश आजाद है और शांति की दिशा में काम कर रहा है. अगर पाकिस्तान अच्छे संबंध और शांति नहीं चाहता, तो अफगानिस्तान के पास विकल्प मौजूद हैं.' विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन टीटीपी की अफगानिस्तान में कोई मौजूदगी नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका समर्थित पाकिस्तान ने क्षेत्र में ऑपरेशन किए, जिससे कई लोग विस्थापित हुए हैं.
'न चंगेज नियंत्रित कर पाए, न अंग्रेज'
मुत्ताकी ने कहा, 'डुरंड लाइन 2,400 किलोमीटर से अधिक लंबी है. इसे न 'चंगेज' नियंत्रित कर सके और न अंग्रेज.' मुत्ताकी ने पाकिस्तान से कहा कि अगर वह शांति चाहता है, तो उसे इसके लिए काम करना चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ लोगों को खुश करने के लिए कई लोगों की जान जोखिम में नहीं डाली जानी चाहिए. उनका कहना था, 'सिर्फ ताकत से इसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता है. पाकिस्तान के पास बड़ी सेना और बेहतर इंटेलीजेंस सिस्टम है फिर भी क्यों नहीं कंट्रोल कर पा रहा? यह लड़ाई पाकिस्तान के अंदर है. हमें दोष मत दो, बल्कि अपने क्षेत्र में इन समूहों को नियंत्रण में लो. अपने नागरिकों को भरोसे में क्यों नहीं लेते?'