अमेरिका में 9/11 हमले की 20वीं बरसी (9/11 Attacks Anniversary) पर आतंकी हमले में मारे गए लोगों को नमन किया जा रहा है. अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी और तालिबान के सत्ता में लौटने के बीच अमेरिका में 9/11 हमले के 20 साल गुजर जाने के मध्य कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. दिल दहला देने वाले इस आतंकी हमले में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी. इन लोगों की याद में तीन जगहों पर कार्यक्रम होंगे. अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से पूरी तरह वापसी और वहां बिगड़े हालातों के बीच 9/11 आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों का स्मरण किया जा रहा है.
न्यूयॉर्क के ग्राउंड ज़ीरो में, जहां अब पानी के दो पूल हैं जहां पहले ट्विन टावर हुआ करते थे, यहां आतंकी हमले में मारे गए करीब 3000 लोगों के सगे-संबंधी प्रार्थना करेंगे. चार घंटे तक चलने वाला यह कार्यक्रम स्थानीय समयानुसार सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा. इस दौरान 6 सेकेंड का मौन रखा जाएगा. यह कार्यक्रम उस समय होगा जिस समय वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से विमान टकाराया था.
आतंकी हमले के 20 साल गुजर जाने के बाद भी पीड़ितों का दर्द कम नहीं हुआ. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर घटना में अपने पति को खोने वालीं मोनिका इकेन-मर्फी कहती हैं कि कई अमेरिकियों के लिए यह बरसी होगी, लेकिन उनके और उनके जैसे कई लोगों के लिए यह एक ऐसा दर्द, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सका. उन्होंने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मुझे ऐसा लगता है कि जैसे यह कल ही बात हो.
आज से 20 साल पहले यानी 11 सितंबर 2001 को दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति अमेरिका पर आतंकी हमला हुआ था. न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया था. इस भीषणतम आतंकी हमले में 2,977 लोगों की जान चली गई थी. हमले की जिम्मेदारी अलकायदा ने ली थी.
आतंकी हमले का मास्टरमाइंड और अलकायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन मारा जा चुका है. लेकिन कभी अलकायदा के सरगना को पनाह देने वाला तालिबान आज फिर सत्ता में है.
ग्राउंड जीरो पर शुरुआती धमाकों में 2,753 लोग मारे गए. वहीं, अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन में टकराये गये विमान घटना में 184 लोगों की मौत हुई. आतंकियों ने चौथे विमान को वाशिंगटन डीसी की ओर टारगेट किया लेकिन विमान के कुछ यात्रियों एवं चालक दल द्वारा विमान पर कंट्रोल कर लेने की कोशिश में वह ग्रामीण पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में क्रैश हो गया. इस घटना में भी कई लोगों की जान गई.
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बिडेन शनिवार को इनमें से प्रत्येक स्थान पर जाएंगे और “मारे गए लोगों सम्मान करेंगे और उन्हें याद करेंगे.”