बहावलपुर में मसूद के अड्डे पर 500 आतंकी लेते थे ट्रेनिंग... पाकिस्तानी पत्रकार ने खोल दी 'नापाक' इरादों की पोल

भारत के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद पाकिस्तान के खोजी पत्रकार ने ऐसे-ऐसे खुलासे किए जिनको सुनकर कोई भी सन्न रह जाए. आतंक के अड्डों और उनके पनाहगारों की उन्होंने पोल खोलकर रख दी है.

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'ऑपरेशन सिंदूर' पर पाकिस्तानी पत्रकार का बड़ा खुलासा.

भारत ने पाकिस्तान के जिन 9 आतंकी ठिकानों को आपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत निशाना बनाया. वहां आखिर होता क्या था, इस बात का सनसनीख़ेज़ खुलासा पाकिस्तान के मशहूर खोजी पत्रकार अहमद नूरानी ने किया है. अहमद नूरानी से मुरीदके और बहावलपुर को लेकर ऐसे -ऐसे खुलासे किए हैं, जिनके बारे में सुनकर पाकिस्तान की काली करतूत बिल्कुल साफ दिखने लगेगी. अहमद नूरानी पाकिस्तान के सबसे बड़े अख़बार द न्यूज इंटरनेशनल से कई साल से जुड़े हुए हैं. उन्होंने मसूद अजहर के ठिकाने पर भारत की तरफ से बुधवार को की गई एयरस्ट्राइक के बाद अपने ब्लॉग में बड़े खुलासे किए.

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मसूद के अड्डे में हर दिन 500 लोग लेते थे ट्रेनिंग

पाक खोजी पत्रकार अहमद नूरानी ने इस बात का खुलासा किया कि बहावलपुर जिले के अहमदपुर शर्किया की तरफ़ जाने वाली जगह पर शुभान मस्जिद है. इसमें कोई शक नहीं है कि ये जगह मौलाना मसूद अज़हर का अड्डा थी. करीब 300-500 लोग यहां 24 घंटे मौजूद रहते थे. ये जगह आतंकियों की ट्रेनिंग का सबसे बड़ा कैंप भी थी.

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पाक के इस हाई सिक्योरिटी प्लेस पर रहता है मसूद अजहर

पाकिस्तानी पत्रकार ने खुलासा किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने ही मौलाना मसूद अज़हर को इस्लामाबाद के मॉडल टाउन के बी ब्लॉक में बाक़ायदा एक बड़ा सेफ हाउस दिया हुआ है. इस इलाक़े की सुरक्षा-व्यवस्था बहुत ही सख्त है. लेकिन जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद इस मदरसे को धीरे-धीरे ख़ाली करवाना शुरू कर दिया गया था.

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मुरिदके मरकज से कश्मीर भेजे जाते थे आतंकी

पाकिस्तान के मुरीदके में जिस मरकज-ए- तैय्यबा पर भारत ने हमला किया है. यही वो जगह है जहां से मुजाहिदीन को भर्ती करने का सिलसिला सबसे पहले शुरू हुआ था. अहमद नूरानी ने खुलासा किया है कि पहले यहां से अफ़ग़ानिस्तान के लिए मुजाहिदीन भर्ती होते थे फिर ये कश्मीर में जाने लगे. बाद में पाकिस्तान में इनको प्राइवेट मिलि़शिया की तरह इस्तेमाल किया जाने लगा. 

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पठानकोट हमले के लिए पाक से भेजे गए आतंकी

अहमद नूरानी से ये साफ किया है कि मुजफ्फराबाद की बिलाल मस्जिद हो या अब्बास मस्जिद, इन जगहों पर जेहादी कार्रवाई होती थी. अहमद नूरानी ने एक और सनसनीख़ेज़ ख़ुलासा करते कहा कि पठानकोट हमले के लिए पाकिस्तान की तरफ़ से पांच लोग बॉर्डर पार करके गए थे. इस बात का जिक्र खुद पाकिस्तान के IB ने अपनी एक रिपोर्ट में किया था. उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को भी भेजा गया था.
 

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