रूस (Russia) ने यूक्रेन (Ukraine) के मध्य हिस्से में रात भर गोले बरसाए हैं. इन हमलों की वजह से यूक्रेन में 21 लोग मारे गए हैं. रॉयटर्स के अनुसार, यू्क्रेन के केंद्रीय दनिप्रोपेत्रोवस्क (Dnipropetrovsk ) में रात भर गोलाबारी की खबर इस क्षेत्र के गवर्नर वालेनटन रेजनीचेंको ( Valentyn Reznychenko) ने बुधवार को दी. उन्होंने बताया कि 11 लोगों की मौत निकोपोल ज़िले में हुई और 10 की मौत मार्गान्ट्स (Marganets) में हुई. उन्होंने टेलीग्राम संदेश एप के ज़रिए यह जानकारी दी है.
उधर दक्षिण अफ्रीका की विदेश मंत्री ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia-Ukraine War) में देशों पर किसी एक के पक्ष में आने का दबाव बनाना स्वीकार्य नहीं है,
अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं सहयोग मंत्री नालेडी पांडोर ने दक्षिण अफ्रीका की तीन दिवसीय यात्रा पर आए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का सोमवार को स्वागत किया. विश्लेषकों का मानना है कि ब्लिंकन की यह यात्रा क्षेत्र में चीन और रूस के बढ़ते दखल को कम करने की कवायद है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पिछले माह दक्षिण अफ्रीका आए थे.
पांडोर ने कहा कि वह इस बात से प्रसन्न हैं कि ब्लिंकन ने पुष्टि की है कि अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका से कोई पक्ष चुनने (रूस और यूक्रेन के बीच)को नहीं कहा है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पर हालांकि यूरोप के कुछ देशों ने यूक्रेन पर उनकी नीतियों का साथ देने का दबाव डाला.
उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन यूरोप और अन्य जगहों के हमारे कुछ साझेदारों के साथ बातचीत में, ऐसे दबाव का आभास हुआ कि ‘आप ये चुनिये या फिर वो'.....''
विदेश मंत्री ने इसके साथ ही अमेरिका के एक विधेयक की आलोचना की भी और कहा कि इस विधेयक में यूक्रेन युद्ध में साथ नहीं देने पर अफ्रीकी देशों को दंडित किए जाने का प्रावधान है.
मंत्री ने कहा कि सभी के लिए यह जरूरी है कि वे विभिन्न देशों की अलग-अलग राय का सम्मान करें.
गौरतलब है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मुद्दे पर तटस्थ रूख अपनाने पर अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के बीच संबंध थोड़ा तल्ख हुए हैं.