सशस्त्र समूहों ने मध्य नाइजीरिया में गांवों पर सिलसिलेवार हमलों में कम से कम 160 लोगों की हत्या कर दी है. कई वर्षों से धार्मिक और जातीय तनाव से जूझ रहे इस क्षेत्र में रविवार शाम को सेना द्वारा बताए गए शुरुआती आंकड़ों की तुलना में मरने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. बोक्कोस में स्थानीय सरकार के प्रमुख कसाह ने एएफपी को बताया, "शनिवार की शत्रुता सोमवार तड़के तक जारी रहने के कारण कम से कम 113 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है."
कसाह ने कहा, सैन्य गिरोहों, जिन्हें स्थानीय रूप से "डाकू" कहा जाता है. उन्होंने "कम से कम 20 विभिन्न समुदायों" में हमले किए और घरों को आग लगा दी. उन्होंने कहा, "हमें 300 से अधिक घायल लोग मिले" जिन्हें बोक्कोस, जोस और बार्किन लाडी के अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया. राज्य संसद के सदस्य डिक्सन चोलोम के अनुसार, बार्किन लाडी क्षेत्र के कई गांवों में भी कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की सूचना है.
उन्होंने हमलों की निंदा की और सुरक्षा बलों से त्वरित कार्रवाई करने का आह्वान किया. चोलोम ने कहा, "हम मौत के इन सौदागरों की रणनीति के आगे नहीं झुकेंगे, हम न्याय और स्थायी शांति की खोज में एकजुट हैं." स्थानीय अध्यक्ष डेंजुमा डाकिल के अनुसार, बोक्कोस क्षेत्र में शुरू हुए हमले पड़ोसी बार्किन लाडी तक फैल गए, जहां 30 लोग मृत पाए गए. रविवार को, राज्य के गवर्नर कालेब मुत्फवांग ने हिंसा की निंदा की और इसे "बर्बर, क्रूर और अनुचित" बताया.
गवर्नर के प्रवक्ता ग्यांग बेरे ने कहा, "निर्दोष नागरिकों के खिलाफ चल रहे हमलों को रोकने के लिए सरकार द्वारा सक्रिय कदम उठाए जाएंगे." क्षेत्र के एक सूत्र के अनुसार, सोमवार दोपहर को भी गोलियों की आवाज सुनी जा सकती थी, जो नाइजीरिया के ज्यादातर मुस्लिम उत्तर और मुख्य रूप से ईसाई दक्षिण के बीच विभाजन रेखा पर है. मुशु गांव के निवासी मार्कस अमोरुडु ने कहा कि जब गोलियां चलीं तो लोग सो रहे थे.
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